आजमगढ़: जिले के मुकेरीगंज बाजार में विगत 83 वर्षों से नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाया जाता है. अपने पूर्वजों की परिपाटी को आगे बढ़ा रहे आशीष गोयल ने बताया कि यह शिविर उनके दादा जी 1957 में शुरू किए थे. दादा जी ने यह संकल्प दादी मां की आंखों का इलाज ना मिल पाने के कारण लिया था.
दादा जी का कहना था कि अब कोई भी गरीब व्यक्ति, जो अपनी आंखों का इलाज नहीं करा सकता, उसका इलाज नि:शुल्क कराया जाएगा.
आने वाली पीढ़ियां भी करें सामाजिक काम
आशीष का कहना है कि 1957 से शुरू हुआ यह नि:शुल्क कैंप प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है, ताकि जरूरतमंदों की मदद हो सके. साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे दादा ने जो परिपाटी आगे बढ़ाई थी उसी को हम लोग आगे बढ़ा रहे हैं, ताकि उपेक्षित वर्ग को सहायता मिल सके और सबका कल्याण हो सके. हम चाहते हैं कि हमारी आने वाली पीढ़ियां भी इसी तरह का सामाजिक काम करती रहें, जिससे समाज का भला होता रहे.
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