आजमगढ़: जिले के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बुधवार की देर शाम एसपी कार्यालय के प्रधान लिपिक सहित चार पुलिसवालों को निलंबित कर दिया. साथ ही इन सभी पुलिसवालों के खिलाफ जांच के आदेश देते हुए जल्द से जल्द रिपोर्ट तलब की है. जिन पुलिस वालों पर गाज गिरी है उन सभी पर चरित्र प्रमाण पत्र के सत्यापन में लापरवाही और न्यायालय के प्रमुख मामलों में लापरवाही बरतने का आरोप है. एसपी के इस एक्शन से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी आदेश के मुताबिक पुलिस कार्यालय के प्रधान लिपिक दुर्गेश सिंह, थाना सिधारी के उपनिरीक्षक मेहरे आलम, आरक्षी सत्य प्रकाश व धीरज गुप्ता का नाम शामिल है. पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी आदेश के मुताबिक इन चारों पुलिसवालों पर आरोप है कि इन लोगों ने उच्च न्यायालय सम्बन्धी प्रकरणों व चरित्र सत्यापन में लापरवाही बरती है. एसपी ने इस मामले की जांच के आदेश देते हुए जल्द से जल्द रिपोर्ट तलब की है.
सत्यापन में लापरवाही पर उठ रहे सवाल
बता दें कि सरकारी नौकरी, शस्त्र लाइसेंस, ठेकेदारी के लाइसेंस सहित अन्य प्रमुख मामलों में आवेदकों के चरित्र का सत्यापन पुलिस करती है. जब पुलिस ही चरित्र सत्यापन में लापरवाही बरतने लगे तो कई सवाल उठना भी लाजिमी है. पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है. वहीं, पुलिस अधीक्षक के इस एक्शन से पूरे पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है.
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