आजमगढ़ः जिले में बीसपी नेता और विधानसभा चुनाव में बीसपी के प्रत्याशी रहे बाहुबली भूपेन्द्र सिंह मुन्ना हत्या के एक मामले में वांछित हैं. लगातार फरार चल रहे बाहुबली भूपेन्द्र सिंह मुन्ना के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 82 की नोटिस चस्पा करने के साथ गांव में मुनादी कराई. बरदह थाना क्षेत्र में हुई हत्या के मामले में बीसपी नेता और साल 2022 के विधानसभा चुनाव में दीदारगंज विधानसभा सीट से प्रत्याशी रहे बाहुबली भूपेन्द्र सिंह मुन्ना और टुनटुन वनवासी बरदह थाना क्षेत्र में हुए एक हत्या के मामले में संलिप्त पाये गये.
इनके खिलाफ पुलिस ने धारा 302/201/120बी/34 भा.द.वि. के तहत मुकदमा दर्ज किया. लेकिन बसपा नेता न तो पुलिस की गिरफ्त में आये न ही कोर्ट में समर्पण किये. हैरानी की बात तो यह है साल 2022 के विधानसभा चुनाव में बाहुबली भूपेन्द्र सिंह मुन्ना बसपा प्रत्याशी थे. पुलिस उनकी तलाश कर रही थी और वो खुलेआम प्रचार कर रहा था.
करीब एक वर्ष से कोर्ट में हाजिर नहीं होने और पुलिस द्वारा गिरफ्तार न किये जाने के बाद कोर्ट ने बाहुबली भूपेन्द्र सिंह मुन्ना के खिलाफ 82 की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. जिसके बाद शुक्रवार को बरदह थाने की पुलिस भूपेन्द्र सिंह मुन्ना के घर भगवतीपुर पहुंची.
करीब एक वर्ष से कोर्ट में हाजिर नहीं होने और पुलिस द्वारा गिरफ्तार न किये जाने बाद कोर्ट ने बाहुबली भूपेन्द्र सिंह मुन्ना के खिलाफ 82 की कार्रवाई करने के निर्देश दिये. जिसके बाद शुक्रवार को बरदह थाने की पुलिस ने भूपेन्द्र सिंह मुन्ना के घर भगवतीपुर पहुंची और उनके घर पर 82 की नोटिस चस्पा करने के साथ ही गांव में बाजे के साथ मुनादी कराई और एक माह के अंदर कोर्ट में हाजिर होने का फरमान सुनाया है.
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वहीं पुलिस का कहना है कि भूपेन्द्र सिंह मुन्ना को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी जा रही है. कोर्ट के आदेश पर 82 की कार्रवाई की गयी है. अगर एक महीने के अदंर वह पुलिस या कोर्ट के समक्ष हाजिर नहीं होते हैं तो उनकी सम्पत्ति कुर्क कर दी जायेगी.