आजमगढ़ः 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत जिले में 'बधाई हो बिटिया पैदा हुई' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम जनपद के कई स्कूलों में आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम के माध्यम से बेटियों को जागरूक करने के लिए किया गया. साथ ही उन्हें सशक्त बनाकर उनके अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में भी जागरूक किया गया.
मोदी सरकार बेटियों के लिए 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान चला रही है. इस अभियान के अंर्तगत जिले के कई स्कूलों में 'बधाई हो बिटिया पैदा हुई' कार्यक्रम आयोजित किया गया.
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हिंसा को रोकने के लिए सभी एकजुट हो
ईटीवी भारत से बातचीत में छात्रा निक्की सोनी ने बताया कि बेटियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की ही नहीं बल्कि समाज की भी है. साथ ही छात्रा ने कहा कि आज बेटियां घर में भी असुरक्षित हैं और इसके लिए सरकार के साथ-साथ हम भी जिम्मेदार हैं. बेटियों पर हो रही हिंसा को रोकने के लिए सभी को आगे आना होगा.
छात्रा निक्की ने कहा कि आज बेटियां किसी भी मामले में बेटों से कम नहीं हैं, इसलिए बेटियों को भी बेटों की तरह पढ़ाने के साथ-साथ सम्मान देना चाहिए.
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'बधाई हो बिटिया पैदा हुई' कार्यक्रम का उद्देश्य
जनपद में 'बधाई हो बिटिया पैदा हुई' कार्यक्रम का उद्देश्य एक लाख से अधिक छात्राओं को ट्रेंड करना है. इससे छात्राएं गांव-गांव जाकर सभी महिलाओं और बेटियों को महिला हिंसा, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और प्रदेश व केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जागरूक कर सकें.