आजमगढ़: प्रदेश सरकार द्वारा राजकीय पुरस्कारों की घोषणा में आजमगढ़ जनपद के किसी भी शिक्षक का नाम न होने से जनपद के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों का दर्द उमड़ पड़ा. राजकीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों की घोषणा 3 सितंबर को की गई थी. जिसमें प्रदेश भर के 49 शिक्षकों को चयनित किया गया था लेकिन आजमगढ़ जनपद से एक भी शिक्षक चयनित नहीं हुए. इसको लेकर आजमगढ़ जनपद के राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों में काफी दुख है.
राष्ट्रीय व राजकीय पुरस्कार की सूची में आजमगढ़ जनपद के किसी भी शिक्षक का नाम न होना बहुत दुखद है. पूर्वांचल में आजमगढ़ जनपद अपनी एक अलग पहचान है. यहां से राहुल सांकृत्यायन व शिवली नोमानी जैसे कई विद्वान हुए. इस बार जिस तरह से राजकीय पुरस्कारों में आजमगढ़ जनपद का नाम वंचित रखा गया है निश्चित रूप से या दुखद है.
- उदय राज यादव ,राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक
आज शिक्षा जगत में अध्यापकों में जो भी कमी आई है वह दुखद है जिस तरह से आजमगढ़ जनपद का कोई भी शिक्षक न तो राज्य और न ही राष्ट्रीय पुरस्कार में चयनित हुआ है निश्चित रूप से इससे साफ जाहिर होता है कहीं न कहीं आजमगढ़ जनपद के शिक्षक अपनी नैतिक जिम्मेदारियों से पीछे जा रहे हैं. इसी का कारण है हमउस तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
-चंद्रभान यादव, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक
आजमगढ़ जनपद के किसी भी शिक्षक का नाम राजकीय पुरस्कार में चयनित ना होना इसके लिए शिक्षक व अधिकारी दोनों की कमी है हर जनपदों से ज्यादा आजमगढ़ जनपद के शिक्षकों को राजकीय पुरस्कार मिलते रहे हैं लेकिन निश्चित रूप से चयनित न होना काफी दुखद है.
- वीरचंद्र यादव, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक