आजमगढ़: कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से लागू लॉकडाउन से भारी संख्या में लोग बेरोजगार हुए हैं. ऐसे में गैर प्रांतों में रोजी-रोटी कमाने गए प्रवासी वतन वापसी कर चुके हैं. लिहाजा अब राज्य सरकार के सामने इनको रोजगार उपलब्ध कराने की चुनौती है. वहीं मंगलवार को आजमगढ़ जिलाधिकारी राजेश कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में सेवायोजन और रोजगार स्तरीय कमेटियों के साथ बैठक कर अधिकारियों को इन मजदूरों को रोजगार देने का निर्देश दिया है.
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि सेवायोजन पोर्टल पर 33,218 कुशल श्रमिक 1,44,208 अकुशल श्रमिकों का डाटा है, जिसमें कार्यदाई संस्था कुशल श्रमिकों की योग्यता के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराते हुए डाटा को मार्क करेगी. जिलाधिकारी ने जिला रोजगार सहायता अधिकारी को निर्देश दिया कि प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने में जिन डाटा को मार्क किया जा रहा है, उनको सत्यापित कराना सुनिश्चित करें. इसके साथ ही उद्योग विभाग, डूडा, खादी ग्रामोद्योग, ग्राम विकास विभाग, श्रम विभाग, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय, कौशल विकास मिशन आदि विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए प्रवासी श्रमिकों को जनपद में रोजगार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, जिससे इन्हें जीवनयापन में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.
बताते चलें कि पूरे देश में कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों से प्रवासी मजदूरों की घर वापसी का सिलसिला अभी भी जारी है. अभी तक लगभग दो लाख प्रवासी श्रमिक अन्य राज्यों से आजमगढ़ स्थित अपने घर आ चुके हैं. लिहाजा जिला प्रशासन के सामने इन्हें रोजगार उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है. इसी को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी लगातार अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर इन प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे इनके घर की आजीविका चल सके.
आजमगढ़: DM ने बैठक कर प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए
यूपी के आजमगढ़ में लॉकडाउन के बीच घर वापस आए प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है. मंगलवार को जिलाधिकारी राजेश कुमार ने सेवायोजन और रोजगार स्तरीय कमेटियों के साथ बैठक कर इन मजदूरों को रोजगार देने का निर्देश दिया है.
आजमगढ़: कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से लागू लॉकडाउन से भारी संख्या में लोग बेरोजगार हुए हैं. ऐसे में गैर प्रांतों में रोजी-रोटी कमाने गए प्रवासी वतन वापसी कर चुके हैं. लिहाजा अब राज्य सरकार के सामने इनको रोजगार उपलब्ध कराने की चुनौती है. वहीं मंगलवार को आजमगढ़ जिलाधिकारी राजेश कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में सेवायोजन और रोजगार स्तरीय कमेटियों के साथ बैठक कर अधिकारियों को इन मजदूरों को रोजगार देने का निर्देश दिया है.
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि सेवायोजन पोर्टल पर 33,218 कुशल श्रमिक 1,44,208 अकुशल श्रमिकों का डाटा है, जिसमें कार्यदाई संस्था कुशल श्रमिकों की योग्यता के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराते हुए डाटा को मार्क करेगी. जिलाधिकारी ने जिला रोजगार सहायता अधिकारी को निर्देश दिया कि प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने में जिन डाटा को मार्क किया जा रहा है, उनको सत्यापित कराना सुनिश्चित करें. इसके साथ ही उद्योग विभाग, डूडा, खादी ग्रामोद्योग, ग्राम विकास विभाग, श्रम विभाग, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय, कौशल विकास मिशन आदि विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए प्रवासी श्रमिकों को जनपद में रोजगार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, जिससे इन्हें जीवनयापन में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.
बताते चलें कि पूरे देश में कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों से प्रवासी मजदूरों की घर वापसी का सिलसिला अभी भी जारी है. अभी तक लगभग दो लाख प्रवासी श्रमिक अन्य राज्यों से आजमगढ़ स्थित अपने घर आ चुके हैं. लिहाजा जिला प्रशासन के सामने इन्हें रोजगार उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है. इसी को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी लगातार अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर इन प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे इनके घर की आजीविका चल सके.