आजमगढ़: शिब्ली नेशनल कॉलेज में सात दिवसीय पुस्तक मेले का आयोजन किया गया. इस पुस्तक मेले का उद्घाटन आजमगढ़ के जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने किया. जिलाधिकारी ने युवाओं व उपस्थित लोगों से किताबों को पढ़ने की अपील करते हुए कहा कि बिना किताबों को पढ़े अपने इतिहास को नहीं जाना जा सकता. पुस्तक मेले का आयोजन नेशनल बुक ट्रस्ट की तरफ से किया जा रहा है.
जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि पुस्तकें किसी भी मनुष्य की गहरी मित्र होती हैं, लेकिन पुस्तकों के चयन के समय सावधानी बरतने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारा देश लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष देश है. हमें उसी तरह की पुस्तकों का चयन करना चाहिए, जो वैचारिक परंपरा को एक पूर्ण संवैधानिक नागरिक के रूप में विकसित करें.
'किताबें कभी निराश नहीं करतीं'
जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति बिना पुस्तकों के अपनी प्राचीन परंपराओं से नहीं जुड़ सकता. युवाओं को खासकर नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि यदि इश्क करना है तो किताबों से करिए, किताबें कभी निराश नहीं करतीं. जिलाधिकारी ने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से अल्लामा शिब्ली नोमानी, राहुल सांकृत्यायन, अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' व कैफी आजमी ने किया, उसी तरह की मोहब्बत आप लोग भी किताबों से करिए.
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