आजमगढ़ः भजन सम्राट अनूप जलोटा ने कृषि कानून को लेकर आंदोलनरत संगठनों के प्रति तल्ख राय दी है. उन्होंने पिछले दिनों आजमगढ़ आईं शबाना आजमी के दिए गए बयान सीएए और एनआरसी को वापस लेने को पूरी तरह से गलत बताया है. उन्होंने कहा कि ऐसे तो सभी बिल को वापस ले लेना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने किसान आंदोलन पर कहा कि उनका रवैया सही नहीं था, जिस तरह से लाल किले पर तिरंगे का अपमान किया गया और ट्रैक्टर से पुलिस वालों को कुचला गया. इस आंदोलन में पाक, चीन और खालिस्तानी संगठन भी सक्रिय हो गए थे.
अनूप जलोटा ने आजमगढ़ के बारे में कहा कि यहां वह पहले से आते रहे हैं. यहां बहुत अच्छे टैलेंट हैं. शबाना आज़मी उनकी मित्र हैं और यह उनकी जमीन है. इसलिए यहां आना बहुत अच्छा लगता है. हालांकि अनूप जलोटा ने शबाना आजमी के पिछले दिनों आजमगढ़ आकर सीएए और एनआरसी पर इसको वापस लेने को लेकर दिए बयान पर असहमति जताई है. उन्होंने कहा कि ऐसे तो सरकार को सभी बिल को वापस ले लेना चाहिए. फिर किसान के नाम पर ट्रैक्टर फ्री मांगने, मोटरसाइकिल फ्री मांगने की मुहिम शुरू हो जाएगी, ऐसे नहीं होता है.
इसके अलावा फिल्म इंडस्ट्री में आजकल नई बन रही मूवी पर भी उन्होंने अपनी राय रखी. अनूप जलोटा ने कहा कि यह बनती ही 3 दिनों के लिए हैं ताकि प्रोड्यूसर को कुछ कमाई हो जाए. इसमें ज्यादा मेहनत नहीं की जाती है. पहले जमाने के गानों पर काम होता था और वह सदियों तक याद रखे जाएंगे. बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है..ओ मेरी जोहरीजवी तुझे मालूम नहीं..आज भी उतने ही शिद्दत से गाये बजाए जाते हैं.
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अनूप जलोटा आजमगढ़ के जीडी ग्लोबल स्कूल में सारेगामा एकेडमी मुंबई के तरफ से छोटे-छोटे शहरों में टैलेंट को तराशने के लिए चल रहे वर्कशॉप में भाग लेने आए थे. सारेगामा एकेडमी मशहूर रियलिटी शो प्रोड्यूसर गजेंद्र सिंह के द्वारा संचालित है. गजेंद्र सिंह खुद आजमगढ़ के ही रहने वाले हैं. अनूप जलोटा ने टैलेंट्स को बताया कि शास्त्री संगीत जरूर सीखें. क्योंकि इससे श्रोताओं को प्रभाव पड़ता है. इसके अलावा अन्य विधाओं को भी सीखें. लेकिन शास्त्रीय संगीत सबसे जरूरी है. अनूप जलोटा ने अपने कार्यक्रमों से देर शाम तक लोगों को बांधे रखा. इस दौरान श्रोता का मंत्रमुग्ध दिखाई दिए.
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