आजमगढ़: अवैध शराब कारोबारियों पर आजमगढ़ प्रशासन ने बुधवार को सख्त कारवाई की. यहां पुलिस और प्रशासनिक अमले ने अवैध शराब का कारोबार करने वाले दो सगे भाइयों राजेश-बृजेश अग्रहरी की संपत्ति कुर्क (Rajesh-Brijesh Agrhari property attached) की. ये संम्पत्ति करीब तीन करोड़ रुपये की बतायी जा रही है. आजमगढ़ पवई थाना क्षेत्र के मित्तूपुर में अवैध शराब पीने से आठ लोगों की मौत हुई थी.
अवैश शराब पीने के कारण कई लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई थी. एक सप्ताह तक जहरीली शराब का तांडव जारी रहा था. पहले आजमगढ़ पुलिस पर जहरीली शराब कांड और इससे हुई मौत को छिपाने का आरोप लगा था. बाद में आठ लोगों की जहरीली शराब से मौत की पुष्टि पुलिस ने की थी. इसके बाद जब पुलिस ने जब कार्रवाई शुरू की, तो मित्तूपुर निवासी राजेश अग्रहरी और बृजेश अग्रहरी के मकान और बेसमेंट से भारी मात्रा में अवैध शराब का जखीरा बरामद हुआ था. इसके बाद पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया था.
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गैंगेस्टर के तहत इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके तहत कार्रवाई करते हुए एसपी ने इन दोनों सगे भाइयों और मां के नाम से अवैध शराब व्यवसाय के बल पर खरीदी गई करीब तीन करोड़ की संपत्ति को चिन्हित कर बुधवार को कुर्क कर दिया गया. पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि शराब माफिया भाइयों की करीब तीन करोड़ रुपये की सम्पत्ति को कुर्क किया गया. इसमें उनके नौ भू-खंड शामिल हैं. यह कार्रवाई धारा 14 ए गैंगेस्टर एक्ट के तहत की गयी.
वहीं बरदह थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर फेटी गांव में मुख्तार अंसारी गैंग का सदस्य शाहजहां उर्फ नैयर के खिलाफ कार्रवाई की गयी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वर्ष 1990 से ही इसने अपराध के बल पर अवैध ढंग से कई संपत्तियां अर्जित की थीं. गांव में इसका आलीशान भवन, खेत और अन्य संपत्तियों को कुर्क किया गया. इन भवन और स्थानों का इस्तेमाल यह अपराधियों को शरण देने और अपराध की साजिश रचने के लिए किया करता था. मौजूदा समय में में शाहजहां उर्फ नैयर जेल में बंद है.
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