आजमगढ़: दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों के घर पहुंचने का सिलसिला जारी है. गुरुवार को पहली स्पेशल ट्रेन 1188 प्रवासी मजदूरों को लेकर पटियाला से आजमगढ़ पहुंची. मजदूरों के चेहरे पर अपनों के बीच पहुंचने की खुशी नजर आई. स्टेशन के बाहर मेडिकल परीक्षण कराकर सभी मजदूरों को उनके घर भेजा गया. इसी के साथ उन्हें होम क्वारंनटाइन होने की सलाह दी गई.
इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान आजमगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ए.के मिश्रा ने बताया कि पटियाला से आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ जांच की गई. स्वास्थ्य विभाग ने 15 चिकित्सकों की टीम इन यात्रियों की जांच के लिए लगाई है. एक टीम में चार डॉक्टरों को तैनात किया गया है. इस तरह कुल मिलाकर 60 डॉक्टरों की टीम लगाई गई है, जो आने वाले सभी यात्रियों की यात्रा हिस्ट्री के साथ-साथ उनकी थर्मल स्क्रीनिंग कर जांच करेगी.
उन्होंने आगे बताया कि उन्हें होम क्वारंनटाइन रहने की भी सलाह दी जाएगी. ऐसे में यदि कोई भी यात्री संदिग्ध पाया जाता है तो जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए क्वारंटाइन केंद्रों पर उसे रखा जाएगा. जिन यात्रियों को होम क्वारंटाइन की भी सलाह दी जा रही है, उनकी हर तीसरे दिन आशा बहुएं घर जाकर सिम्टम्स नोट करेंगी. 21 दिन नॉर्मल रहने के बाद ही उन्हें मुक्त किया जाएगा.
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