अयोध्याः जिले में मंगलवार की दोपहर ग्रामीण क्षेत्र रुदौली में आयोजित जनसभा को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने संबोधित किया. साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले रुदौली विधानसभा में चुनाव प्रचार करने पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी के निशाने पर हमेशा की तरह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार रही. ओवैसी ने शिक्षा चिकित्सा और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर प्रदेश सरकार को घेरा. वहीं ओवैसी ने यह भी कहा कि मेरे अयोध्या आने पर कुछ लोगों के पेट में दर्द भी हो रहा है. अपने भाषण के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने न सिर्फ बीजेपी को निशाने पर लिया बल्कि सपा, बसपा, कांग्रेस को भी जमकर कोसा.
ओवैसी ने कहा कि हमारी पहली कोशिश है कि, यूपी से हमारी मुस्लिम लीडरशिप की शुरुआत हो. आज जो लाचार है वो यूपी का मुसलमान है. यूपी में सबको हिस्सा मिला लेकिन, यूपी के मुसलमानों को उनका हिस्सा नहीं मिला. सेक्युलरिज्म के नाम पर मुसलमान ठगे गए हैं. रुदौली में हमें मजलिस का विधायक बनाना होगा. ओवैसी ने कहा कि, हम पर वोट कटवे का आरोप लगता है, लेकिन कोई यहां के मुस्लिम नेताओं का नाम नहीं लेता. रुदौली के ओवर ब्रिज न बनने पर योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि, अगर 'बाबा' से पूछेंगे ये क्यों नहीं बना तो 'बाबा' कहेंगे नाम बदल दो उसका. रुदौली में कम्युनिटी सेंटर के हालात खराब है. पाइप लाइन के लिए रोड खुदे पड़े हैं, लेकिन बाबा नाम बदलने पर ही जुटे रहते है. उन्होंने सवाल पूछते हुआ कहा कि, क्या फिरोजाबाद में जो बच्चे बुखार से मरे हैं नाम बदलने से वापस आ जाएंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि अखिलेश ने हमेशा मुस्लिमों को डराने की बात की. सपा को यादवों की पार्टी बताते हुए कहा कि सपा से मुस्लिम उम्मीदवार हारा और बीजेपी का यादव उम्मीदवार जीता ऐसा क्यों. बिहार में हमने 5 विधायक जितवाए, हमें कामयाबी मिली. ओवैसी बोले देश की पार्टियां मुस्लिम लीडरशिप डेवलेप नहीं होने देना चाहती. अयोध्या में 6 दिसंबर को सारी दुनिया ने देखा क्या हुआ. आज सेकुलर पार्टियां उसका जिक्र करने से डरते हैं. सपा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि 19 फीसदी मुसलमान हैं और 9 फीसदी यादव हैं. लेकिन सीएम आपका ही बनेगा और हमे चपरासी की नौकरी भी नहीं मिलेगी. ओवैसी बोले अखिलेश और मायावती से बात होगी, लेकिन बराबरी पर बात होगी.
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ओवैसी ने कहा कि रुदौली में कोई स्कूल नहीं है, क्या हमारे बच्चे और बेटियों को पढ़ना नहीं है. अफगानिस्तान की बेटियों की फिक्र है. रुदौली की बेटियों की पढ़ाई की फिक्र नहीं. पोस्टर में फैजाबाद शब्द को लेकर हुए विवाद पर ओवैसी ने कहा कि अयोध्या भी भारत में है फैजाबाद भी भारत में था. फैजाबाद नाम से सरकार को जलन क्यों है. यहां तो अशफाक उल्ला खान को फांसी दी गई. अशफाक उल्ला खान और राम प्रसाद बिस्मिल की दोस्ती कैसी थी समझिए. मंदिर पर हमला करने आए लोगों पर अशफाक उल्लाह गोली चलाने को तैयार थे. ब्राह्मणों की सियासत की कड़ी में ओवैसी ने अशफाक उल्ला खान और रामप्रसाद बिस्मिल की दोस्ती का जिक्र करते हुए हिन्दू मुस्लिम एकता का उदाहरण दिया.
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इन दिनों तमाम जनसभाओं की तरह अयोध्या के रुदौली में हुई असादुद्दीन ओवैसी की जनसभा में भी कोविड-19 प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाई गई. वैसे तो जिला प्रशासन ने जनसभा में करीब 50 लोगों के आने की अनुमति दी थी, लेकिन ओवैसी की जनसभा में उमड़ी भीड़ ने जहां ओवैसी की ताकत को दिखाया तो संक्रमण के खतरे को भी बढ़ाया है. बताते चलें कि मुस्लिम बाहुल्य रुदौली इलाके में ओवैसी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी उतारने का मन बनाया है. इसीलिए उन्होंने यहां पर जनसभा आयोजित की थी.