अयोध्या: गणेश चतुर्थी के मौके पर गौरी पुत्र गणेश की पूजा अर्चना की परंपरा वैसे तो महाराष्ट्र से लेकर दक्षिण भारत के शहरों में फैली हुई है. लेकिन अब उत्तर भारत में भी बड़े पैमाने पर गणेश पूजा का आयोजन किया जाने लगा है. जी हां मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में ऐसी एक गणेश पूजा समिति है, जो बीते 22 वर्षों से नियमित रूप से हर वर्ष गणपति पूजा का आयोजन करती चली आ रही है. इस आयोजन समिति की पूजा और भगवान गणेश की सेवा की विधि बेहद अलग है, जिसकी वजह से यह आयोजन समिति हमेशा चर्चा की केंद्र में रहती है.
दरअसल, शहर के रिकाबगंज क्षेत्र में श्री गृहस्थ गणेश पूजा समिति द्वारा बीते 22 वर्षों से भगवान गणपति की पूजा की जाती रही है. लेकिन बीते 22 वर्षों से अनवरत यह पूजा समिति गणेश चतुर्थी के दिन जिला महिला अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों को नए कपड़े और उनके प्रयोग में आने वाले पाउडर, साबुन, तेल सहित अन्य सामान उपहार के रूप में उपलब्ध कराती है.
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वहीं, आयोजन समिति के अध्यक्ष रामगोपाल जायसवाल ने बताया कि ऐसा करने के पीछे हमारी मान्यता है कि हम भगवान गणेश की मिट्टी की प्रतिमा की पूजा करते हैं इसलिए हम उन्हें कपड़े नहीं पहना सकते. ऐसे में हम गणेश चतुर्थी के दिन जन्म लेने वाले बच्चों को अस्पताल परिसर में जाकर नए कपड़े उपहार के रूप में वितरित करते हैं. इस मौके पर पूरे अस्पताल परिसर में प्रसाद वितरण का कार्यक्रम किया जाता है. आयोजन समिति द्वारा 10 दिनों तक भगवान गणपति की सेवा की जाती है.
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