अयोध्या: रविवार की सुबह अयोध्या के सरयू तट पर एक बड़ा हादसा हो गया. नदी में नहाते समय तीन किशोर अचानक नदी की गहराइयों में खो गए. घाट के किनारे मौजूद एक व्यक्ति ने अपनी जान जोखिम में डालकर दो किशोरों को तो किसी तरह नदी से बाहर निकाल लिया लेकिन एक का पता नहीं चल पाया है. खबर लिखे जाने तक पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी और गोताखोरों की मदद से नदी में लापता हुए किशोर की तलाश कराई जा रही है. घटना के पीछे प्रथम दृष्टया नदी में स्नान कर रहे किशोरों की लापरवाही पाई गई है.
आपको बता दें कि 15 दिन पूर्व भी आगरा से अयोध्या दर्शन के लिए आया एक परिवार ऐसे ही मुख्य घाट से दूर सुनसान घाट पर नदी के किनारे जल क्रीड़ा का आनंद ले रहा था. इसी दौरान एक भीषण हादसा हुआ और इस हादसे में नौ लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इस हादसे में भी नदी में नहा रहे किशोर सरयू के मुख्य घाट संत तुलसीदास घाट को छोड़कर सुनसान घाट पर आकर नदी में स्नान कर रहे थे और हादसे का शिकार हो गए.
दरअसल, अयोध्या के पड़ोसी जनपद बाराबंकी के सैदखानपुर गांव से अयोध्या घूमने आए तीन किशोर सरयू नदी के मुख्य घाट संत तुलसीदास घाट से दूर सुनसान झुनकी घाट पर नदी में स्नान कर रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो नदी में नहा रहे किशोर नदी के पानी में उछल कूद कर रहे थे. इन दिनों पहाड़ी इलाकों में बरसात होने के कारण अयोध्या में नदी का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है. सरयू नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है. ऐसे में नदी के किनारों पर भी काफी गहराई तक पानी है. नदी में नहा रहे किशोरों को इस बात का अंदाजा न था. यही गलती उनके लिए खतरनाक साबित हो गई. नहाते समय तीनों किशोर एक के बाद एक नदी के गहरे पानी में डूबने लगे. पास में ही रहने वाले व्यक्ति कविराज ने अपनी जान जोखिम में डालकर दो किशोरों को बेहोशी की हालत में नदी से बाहर निकाल लिया है. जबकि एक किशोर लापता है. नदी से बाहर निकाले गए किशोरों को अस्पताल भेज दिया गया है. जबकि पुलिस टीम लापता तीसरे किशोर की तलाश कर रही है. समाचार लिखे जाने तक किशोर का कोई पता नहीं चला था. आशंका जताई जा रही है की नदी के तेज बहाव में किशोर बहते हुए कहीं दूर न निकल गया हो.