अयोध्या: सरकारी नौकरी में 5 वर्ष की संविदा की व्यवस्था का युवाओं ने विरोध शुरू कर दिया है. भगवान राम की कुलदेवी मानी जाने वाली बड़ी देवकाली मंदिर से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं ने विरोध की शुरुआत की है. विरोध में शामिल युवाओं ने कहा है कि लंबे संघर्ष के बाद युवाओं को सरकारी नौकरी मिलती है और ऐसे में नौकरियों में 5 वर्ष की संविदा की व्यवस्था लागू होने से उनका संघर्ष बढ़ जाएगा.
सरकारी नौकरियों में संविदा की व्यवस्था का प्रदेश में हर जगह विरोध हो रहा है. बृहस्पतिवार को बड़ी देवकाली परिसर में विभिन्न प्रतियोगी छात्र बड़ी संख्या में एकत्र हुए. उन्होंने सरकारी नौकरियों में 5 वर्ष की संविदा की व्यवस्था का एक स्वर में विरोध किया. युवाओं ने कहा कि 5 से 6 वर्ष संघर्ष के बाद सरकारी नौकरी मिलती है. अगर 5 वर्ष तक उन्हें संविदा पर कार्य करना पड़ा तो उन्हें नौकरी प्राप्त करने के लिए कुल मिलाकर 10 वर्ष संघर्ष करना पड़ेगा. संविदा की व्यवस्था लागू होने से युवाओं का भविष्य 5 वर्ष और अधिक अंधकार में रहेगा. बढ़ती बेरोजगारी के बीच इस व्यवस्था को लागू करने से पहले शासन को गंभीरता से युवाओं के भविष्य पर विचार करना चाहिए. सैकड़ों की संख्या में देवकाली मंदिर परिसर में एकत्र हुए युवाओं ने सरकारी नौकरियों के लिए आने वाले नए अध्यादेश के पुरजोर विरोध की चेतावनी दी.
युवाओं के विरोध का नेतृत्व कर रहे प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थी अजीत वर्मा ने कहा कि सरकारी नौकरियों में संविदा का नियम सरकार को नहीं लागू करना चाहिए. पासवर्ड संविदा का नेम लागू होने से युवाओं के साथ बहुत बड़ा अन्याय होगा. उन्होंने शासन से नई व्यवस्था लागू न करने की मांग की.