अयोध्याः अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग के अध्यक्ष रामबाबू हरित ने आम जनमानस और राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़े हुए लोगों से अपील की है कि वह एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग न करें. राजनीतिक विद्वेष और निजी स्वार्थ को साधने के लिए इस कानून का उपयोग करना न सिर्फ एक अपराध है. बल्कि इस कानून को कमजोर बनाना है. ऐसे लोगों को इस कानून के लाभ से वंचित कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कानून न्याय के लिए बनाया गया है और इसका इस्तेमाल भी उसी चीज में होना चाहिए.
अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग के अध्यक्ष रामबाबू हरित गुरुवार को राम नगरी अयोध्या पहुंचे थे. जहां उन्होंने सर्किट हाउस में पीड़ित व्यक्तियों से मुलाकात की और उनकी हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया. मीडिया से बात करते हुए अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग के अध्यक्ष डॉ रामबाबू हरित ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की अनुसूचित जाति व जनजाति योजनाओं का जिले में क्रियान्वन हो रहा है या नहीं, इसकी जांच हम बराबर करते रहते हैं. अधिकारियों से सीधे रूबरू होते हैं ताकि योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सके. लोगों में जातियों के आधार पर जो भेदभाव हो रहा है, उसको खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.
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अनुसूचित लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग न करें. उन्होंने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में कुछ पार्टियों ने जाति के आधार पर बंटवारा किया है. उन लोगों ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का नाम तो लिया लेकिन उनके आचरण का प्रयोग नहीं किया.
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