अयोध्या: भगवान श्री राम की जन्मस्थली में मोछदायिनी मां सरयू ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. रविवार से नदी के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. सोमवार शाम को सरयू नदी खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई. इससे तटीय इलाके पानी में डूब गए. श्मशान घाट भी सरयू के पानी में डूब गया. इससे अंतिम संस्कार को आए लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
अयोध्या में निशुल्क लकड़ी बैंक का संचालन करने वाली संस्था के सदस्य रितेश मिश्रा ने बताया कि रातों-रात सरयू का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ा. इसकी वजह से स्थानीय दुकानदारों को लकड़ी और सामान उठाने का मौका ही नहीं मिला. रात में जब यहां रहने वाले ज्यादातर लोग अपने घर चले गए उस समय नदी का जलस्तर बढ़ गया. दुकानों में पानी भर गया.
रितेश मिश्रा ने बताया कि रामाय सेवा ट्रस्ट द्वारा एक निशुल्क लकड़ी बैंक चलाया जाता है, जिसमें गरीब और लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियां उपलब्ध कराई जाती है. रितेश मिश्रा ने कहा कि हमारे अलावा आठ लकड़ी व्यवसाई जो श्मशान घाट पर लकड़ी बेचते थे उन सबकी 50,000 रुपए की लकड़ियां सरयू में बह गई है. इसके अलावा श्मशान घाट पर चाय और छोटी मोटी दुकान करके अपनी जीविका का संचालन करने वाले लोगों को भी इतना मौका नहीं मिला कि वह अपनी दुकान और सामान हटा सकें. उनका भी काफी नुकसान हुआ है. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि वह अयोध्या आने वाले शवों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कराएं.
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