अयोध्या: तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर परमहंस दास श्री राम जन्मभूमि मामले में एक बार फिर से बाबर के विरोध में खड़े हुए हैं. परमहंस दास ने कहा कि श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या है. हमे हिंदू-मुस्लिम भाईचारे और एकता पर विश्वास है. जीत भगवान राम की होगी. उन्होंने कहा मैंने सुप्रीम कोर्ट को पत्र के माध्यम से सूचना दी है कि यदि बाबर के नाम पर कहीं भी किसी भी जगह पर कोई स्थल, भवन या मस्जिद का निर्माण होता है तो मैं आत्मदाह कर लूंगा, जिसकी जिम्मेदारी सुप्रीम कोर्ट की होगी.
स्वामी परमहंस दास ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से राम मंदिर निर्माण की जल्द सुनवाई की गुहार लगाई है. जगतगुरु स्वामी परमहंस दास ने सुप्रीम कोर्ट से अपील करते हुए कहा कि यदि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर नहीं बनेगा तो आखिर कहां बनेगा. अयोध्या विश्व के समस्त हिंदू और राम भक्तों की पावन नगरी है. देश-विदेश से लाखों की संख्या में लोग अयोध्या में आकर रामलला के दर्शन करते हैं. आखिर ऐसे में उनकी आस्था कब तक ऐसे ही रामलला को टेंट में देखती रहेगी.
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जगतगुरु स्वामी परमहंस ने अपने लिखे गए पत्र में मंदिर के निर्माण के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट से यह भी कहा कि अगर भारत या अयोध्या में कहीं भी बाबर के नाम पर मस्जिद बनती है तो वह आत्मदाह कर लेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सुप्रीम कोर्ट की होगी.