अयोध्या : तीन दिन पहले तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बेटे खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी की थी. इसके विरोध में अयोध्या में संतों ने उनका पुतला फूंका था. इसी क्रम में शुक्रवार को प्रतीकात्मक तेरहवीं भी की. तपस्वी छावनी के महंत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने सनातनी परंपरा के अनुसार प्रतीकात्मक रूप से उदयनिधि स्टालिन की तेरहवीं की. चेतावनी दी कि सनातन धर्म का विरोध करने वाले सुधर जाएं, वर्ना सभी की इसी तरह तेरहवीं की जाएगी.
विवादित बयान देने वालों की होगी तेरहवीं : जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि हमारे सनातन धर्म में परंपरा रही है कि अगर किसी का अंतिम संस्कार कर दिया जाता है तो उसकी आत्मा की शांति के लिए तेरहवीं भी की जाती है. मैंने भी उदयनिधि स्टालिन के नाम पर बांधे गए घंट को बीच चौराहे पर फोड़ दिया. इसके बाद उनकी प्रतीकात्मक तेरहवीं की. उन सभी नेताओं की तेरहवीं की जाएगी जो सनातन धर्म को समाप्त करने का कुचक्र रचेंगे.
नेताओं को दिया संदेश : मीडिया से बात करते हुए जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि उदयनिधि भले ही आज सनातन धर्म को गाली दे रहे हों, लेकिन उनके बाप-दादा हिंदू धर्म से ही जुड़े हुए हैं. हमने सनातन धर्म के अपमान के विरोध में पुतला जलाकर उनका अंतिम संस्कार किया था. अब तीन दिन बीत जाने के बाद उनकी तेरहवीं की गई. यह उन सभी नेताओं के लिए संदेश है जो सनातन धर्म के बारे में अपमानजनक बयान दे रहे है.
सनातन धर्म के खिलाफ साजिश बर्दाश्त नहीं : जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि मेरी सभी नेताओं से विनती और चेतावनी दोनों है कि अपनी राजनीति का प्रयोग देश हित में करें न कि सनातन धर्म के खिलाफ साजिश करने और उसे समाप्त करने के प्रयास में. अगर ऐसा करेंगे तो उन्हें इस बात का ध्यान रहना चाहिए कि जिस दिन देश की 120 करोड़ की आबादी ने ठान लिया उसी दिन ऐसे नेताओं की जमानत नहीं बचेगी. ऐसे सभी नेताओं का अंतिम संस्कार और तेरहवीं अयोध्या के संत करेंगे.
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