अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए नींव निर्माण के साथ-साथ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट उसकी मजबूती को लेकर पूरी तरह सजग है. राम मंदिर के नींव के लिए आवश्यक 1200 पिलर्स के लिए स्थानों का चिन्हित करने के साथ-साथ निर्माण के लिए वातावरण तैयार किया जा रहा है. नींव के नीचे भुरभुरी मिट्टी व बालू के बहाव को रोकने के लिए रिटेनिंग वॉल बनाकर उसे सुरक्षा दी जाएगी.
नींव की सुरक्षा के लिए रिटेनिंग वॉल बनाए जाने का निर्णय
इसके लिए जमीन को समतल करने के साथ-साथ निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री व मशीनों का जुटाया जा रहा है. इससे इतर नींव की सुरक्षा के लिए रिटेनिंग वॉल बनाए जाने का निर्णय लिया गया है. प्रस्तावित राम मंदिर के पश्चिम व दक्षिण और रिटेनिंग वॉल बनाई जाएगी, जिससे मंदिर से जुड़े मिट्टी का बहाव रोका जा सके और नींव ऐसी बने कि भव्य राम मंदिर 1 हजार से ज्यादा वर्षों तक टिक सके.
ट्रस्ट का पहला काम भव्य राम मंदिर का निर्माण करना
8-9 दिसंबर को राम मंदिर निर्माण संबंधी बैठक के बाद मंदिर निर्माण को तेज करना ट्रस्ट की पहली जिम्मेदारी है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के अनुसार देश के करोड़ों लोगों के सहयोग से ट्रस्ट का पहला काम भव्य राम मंदिर का निर्माण करना है. इस दिशा में ट्रस्ट सक्रिय है. उन्होंने बताया कि प्रस्तावित राम मंदिर के नींव की सुरक्षा के लिए पश्चिम -दक्षिण व आवश्यक के स्थानों पर रिटेनिंग वॉल बनाए जाने पर काम चल रहा है , जिससे भुरभुरी मिट्टी और बालू के बहाव को रोककर नींव को सुरक्षा दी जा सके.
अधिग्रहीत परिसर खंडहरों का मलबा जा रहा हटाया
डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि अधिग्रहीत परिसर खंडहरों का मलबा हटाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भूमि पूजन के बाद कोई भी दिन ऐसा नहीं गया जब मंदिर निर्माण संबंधी काम न हुआ हो. उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है, जिसके लिए कभी मलबा हटाया जाता है, तो कभी निर्माण सामग्री जुटाई जाती है, तो कभी उसके लिए मशीन मंगाया जाता है. यह प्रक्रिया निरंतर चल रही है.
उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र प्रतिमाह अयोध्या आकर निर्माण संबंधी कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश देते हैं. हम लोग आपस में बैठकर विचार विमर्श करते हैं, जिससे राम मंदिर के भवन निर्माण का काम समय से वह पूरी गुणवत्ता के साथ हो.