लखनऊ/अयोध्या : सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच ने अयोध्या विवाद मामले में अहम फैसला सुनाया है. चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली संवैधानिक पीठ ने 6 अगस्त से रोजाना मामले की सुनवाई की फैसला किया है. इससे पहले गुरुवार को मध्यस्थता कमेटी ने कोर्ट के समक्ष अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. इस मामले पर दोनों पक्षों की तरफ से प्रतिक्रिया आई है. एकसुर से सबने कहा है कि कोर्ट जल्द से जल्द इस मामले में अंतिम फैसला सुनाए. साथ ही दोनों पक्षों की ओर से कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के अलावा इस मामले को सुलझाने को कोई दूसरा रास्ता नहीं है.
स्वामी परमहंस दास
अयोध्या विवाद के लिए आमरण अनशन कर चुके स्वामी परमहंस दास ने कहा है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट जल्द ही इस मामले पर अपना अंतिम फैसला सुनाएगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में अब तक काफी वक्त गुजर चुका है. इस मसले की वजह से दुनिया भर में भारत की बदनामी होती है. स्वामी परमहंस दास का कहना है कि हमें अपने संविधान पर पूरा भरोसा है. हम पूरी तरह कानून के मुताबिक मसले का हल चाहते हैं. साथ ही इस मामले में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी मामले के निपटारे के लिए सहमत है. अब सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में तारीख देने की बजाय फैसला सुनाना चाहिए.
आचार्य सतेंद्र दास
आचार्य सतेंद्र दास ने कहा कि हम आशा करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट जल्द ही इस मामले में अपना फैसला सुनाएगा. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट रोजाना सुनवाई कर मामले को जल्द सुलझाने की दिशा में कदम बढ़ा सकता है. देश के मुख्य न्यायाधीश और भारत का संविधान मामले को सुलझाने में पूरी तरह सक्षम है.
मौलाना राशिद खलीद
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना राशिद खलीद ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट आईन की रोशनी में जल्द इस मामले पर कोई फैसला सुनाए. रोजाना सुनवाई में इसका कोई मुकम्मल हल जरूर निकलेगा. इस मसले को लेकर दोनों कौमों के बीच काफी दूरियां आ चुकी हैं. साथ ही काफी खून-खराबा भी हो चुका है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट जल्द इस मसले पर कोई वाजिब फैसला दे. हमें कोर्ट का फैसला मंजूर होगा.
मौलाना यासूब अब्बास
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट को इस मसले का कोई हल निकाले. साथ ही इस तरह का फैसला दिया जाए कि समाज का माहौल न बिगड़े और न किसी मां की गोद उजड़े. हम सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद करते हैं कि जल्द ही मामले में अंतिम फैसला सुनाया जाएगा.