अयोध्या: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद व श्रीराम जन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य रामविलास दास वेदांती ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भविष्यवाणी सच साबित हो रही है. मोदी सरकार ने एक-एक करके देश की सभी बड़ी समस्याओं का समाधान किया है. अयोध्या विवाद की समाप्ति के बाद राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना एक बड़ी उपलब्धि है. देश में इस प्रकार के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आने की भविष्यवाणी सरयू तट से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पहले ही कर दी थी.
भाजपा के पूर्व सासंद और संत रामविलास दास वेदांती राम नगरी के विकास और भगवान राम के मंदिर निर्माण की शुरुआत का श्रेय पूर्व सांसद रामविलास दास वेदांती ने मोदी सरकार को दिया है. प्रधानमंत्री के जन्मदिन पखवाड़े के तहत अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी की जन कल्याण योजना प्रचार-प्रसार इकाई की ओर से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. लोगों को केंद्र और प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया जा रहा है. रविवार को अयोध्या में मास्क वितरण करने के बाद भारतीय जनता पार्टी की ओर से पौधरोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे बीजेपी के पूर्व सांसद व कथावाचक रामविलास दास वेदांती ने देश के बड़े मुद्दों के समाधान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया. उन्होंने कहा कि देश में केंद्र सरकार जिस प्रकार कार्य कर रही है, इसकी भविष्यवाणी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पहले ही कर दी थी. वेदांती ने कहा कि वह जब राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस की अंत्येष्टि पर अयोध्या आए थे तो कहा था कि आज राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष का महाप्रयाण हुआ है, कल मैं भी नहीं रहूंगा, लेकिन भारतीय जनता पार्टी का एक ऐसा नेता आएगा जो देश की सभी समस्याओं का समाधान करेगा.
वेदांती ने कहा कि यही बात अपने अंतिम समय में अशोक सिंघल ने भी कही थी. उन्होंने कहा था कि संतों, राम मंदिर समर्थकों और विश्व हिंदू परिषद का संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा. सारी समस्याओं के समाधान के लिए एक दिन कोई ऐसा नेता आएगा जो करोड़ों राम भक्तों की आस्था का मान रखेगा.
पूर्व सांसद ने कहा कि आज अखंड भारत बनाने के लिए जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई गई, 35A हटाया गया और तीन तलाक की व्यवस्था समाप्त की गई. पीएम के हाथों पांच अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन संपन्न होने के बाद भगवान राम के जन्म स्थान पर मंदिर निर्माण शुरू हो गया है.