अयोध्या: चैत्र नवरात्र के पहले दिन रामलला अपने नए घर में शिफ्ट होंगे. इसके लिए मथुरा, काशी, प्रयागराज, दिल्ली और अयोध्या के वैदिक पंडित राम जन्मभूमि परिसर में अनुष्ठान कर रहे हैं. रामलला के नए गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए.
रामलला ब्रह्म मुहूर्त में बुलेटप्रूफ गर्भगृह में प्रवेश करेंगे. प्रदेश सरकार कोरोना वायरस (COVID-19) के चलते लाॅकडाउन की घोषणा की जा चुकी है. वहीं अयोध्या में रामलला को अस्थायी मंदिर में शिफ्ट किया जाना है. इसके लिए 15 वैदिक पंडित मंत्रोच्चार के साथ अनुष्ठान कर रहे हैं. मध्य रात्रि 2 बजे रामलला का जागरण कराया जाएगा. उसके बाद रास्ते का शुद्धिकरण किया जाएगा. इसके बाद ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4 बजे रामलला को नए बुलेट फूफ स्थायी गर्भगृह में शिफ्ट कर दिया जाएगा. सुबह 7:30 बजे रामलला की आरती की जाएगी.चांदी के सिंहासन पर विराजमान होंगे रामलला
रामलीला नए घर में चांदी के सिंहासन पर विराजमान होंगे. अयोध्या राज परिवार के प्रमुख और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ने 9 किलो 500 ग्राम वजन का राज सिंहासन रामलीला के लिए भेंट किया है.
रामलला आने वाले श्रद्धालुओं के दर्शन पर प्रतिबंध नहीं
अयोध्या में रामलला को छोड़कर अन्य सभी मंदिरों में श्रद्धालु का प्रवेश रोक दिया गया है. सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी, कनक भवन, दशरथ महल, नाका हनुमानगढ़ी, छोटी देवकाली और बड़ी देवकाली समेत कई मंदिरों में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया है. वहीं रामलला दर्शनार्थियों को रोका नहीं जा रहा है. रामलीला पहुंचने वाले दर्शनार्थियों के आंकड़े की बात करें तो सोमवार को 126 लोगों ने रामलला के दर्शन किया था. मंगलवार सुबह से श्रद्धालु कम आ रहे हैं, लेकिन जो आ रहे हैं उन्हें सामान्य तौर पर दर्शन करने की व्यवस्था दी जा रही है.
कल सुबह ब्रह्म मुहूर्त में रामलला नए गर्भगृह में करेंगे प्रवेश
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि वैदिक विद्वानों द्वारा बुधवार यानी 25 मार्च की सुबह 4 बजे ब्रह्म मुहूर्त में रामलला को उनके नए घर में प्रतिष्ठित कर दिया जाएगा. इसके लिए वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विद्वानों की पूजा-पाठ जारी है. इसे भी पढ़ें-अयोध्या: रामलला के बुलेटप्रूफ गर्भगृह में अनुष्ठान जारी, कल 9 किलो चांदी के सिंहासन पर विराजेंगे भगवान
कोरोना जैसी महामारी से संपूर्ण विश्व पीड़ित है. इसके खिलाफ लड़ने के लिए लोग केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ हैं.
-आचार्य सत्येन्द्र दास, मुख्य पुजारी, रामलला