अयोध्या: 25 मार्च सुबह ब्रह्म मुहूर्त में रामलला को नए अस्थाई बुलेटप्रूफ गर्भगृह में शिफ्ट किया जाएगा. इसके लिए 23 मार्च सुबह 7:00 बजे से 15 से अधिक वैदिक विद्वान रामलला को शिफ्ट करने के लिए भूमि पूजन अनुष्ठान कर रहे हैं. यह अनुष्ठान 2 दिनों तक चलेगा. जिसके बाद 25 मार्च को सुबह 4:00 बजे रामलला को अस्थाई मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा. इससे पहले भूमि पूजन का कार्यक्रम 22 मार्च से शुरू होना था लेकिन ट्रस्ट ने जनता कर्फ्यू के चलते 1 दिन के लिए टाल दिया था.
रामलला को बुलेटप्रूफ मंदिर में शिफ्ट करने का अनुष्ठान शुरु मंत्रोच्चार से किया जा रहा शुद्धिकरणरामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की माने, तो मंदिर में भगवान को स्थापित करने से पहले बुलेट प्रूफ गर्भगृह के साथ-साथ उस रास्ते का भी शुद्धिकरण किया जाएगा, जिस रास्ते से भगवान को अस्थाई गर्भगृह में पहुंचाया जाएगा. इस कार्यक्रम में 15 वैदिक विद्वान दिल्ली प्रयागराज काशी और अयोध्या के शामिल हो रहे हैं.
राम जन्मोत्सव का कार्यक्रम भी रहेगा सीमितजिला प्रशासन के साथ बैठक के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने स्पष्ट किया, है कि अयोध्या में चैत्र रामनवमी के दौरान कोई विशेष आयोजन नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा, कि देश को कोरोना जैसी महामारी से निजात पाना जरूरी है. परिस्थितियों को देखते हुए आगे ट्रस्ट आयोजन को लेकर निर्णय लेगा.
आपको बता दें, कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है. ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि बाहर से लोग अयोध्या कम-से-कम आ सकें और भीड़ इकट्ठा नहीं होने पाए.