अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट में 40 दिन के बाद सुनवाई समाप्त हो गई है. सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखते हुए 22 दिन का समय तय किया है. इसके बाद फैसला सुनाया जाएगा. वहीं श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर बनाए जाने वाले रामकथा कुंज में जिन मूर्तियों की स्थापना होनी है, उनमें से 40 मूर्तियां बनकर तैयार हो गई हैं. बाकी के कामों में तेजी लाने का निर्देश विश्व हिंदू परिषद की तरफ से दिया गया है.
वर्तमान में तीन कारीगर मूर्तियों को बनाने का काम कर रहे हैं. बाकी के पांच अन्य कारीगरों को असम और बंगाल से बुलाया जा रहा है. वर्तमान में तीन कारीगर आसाम से आए हुए हैं. ईटीवी भारत ने अयोध्या के राम सेवक पुरम में काम कर रहे कारीगर रंजीत मंडल से बातचीत की.
ईटीवी भारत ने की कारीगर रंजीत मंडल से बातचीत
श्रीराम कथा कुंज में रखी जाने वाली मूर्तियों के कारीगर रंजीत मंडल बताते हैं कि वह पिछले छह सालों से इन मूर्तियों को बनाने का काम कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट में दिन-प्रतिदिन सुनवाई के पहले से ही कामों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है. तब से रोज आकर के मूर्तियों को अंतिम स्वरूप दे रहे हैं.
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श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर बनाए जाने वाले रामकथा कुंज में ये सभी मूर्तियां रखी जाएंगी. विश्व हिंदू परिषद ने इस रामकथा कुंज पार्क में मूर्तियों के निर्माण को आज से छह साल पहले शुरू करवाया था. इसके बाद से ही इसमें लगातार अब तक 40 मूर्तियां पूरी हो चुकी हैं. रामकथा कुंज में रखने के लिए रामायण के 100 प्रासंगिक स्क्रिप्ट पर काम हो रहा है. इसमें पूरी रामायण को दर्शाया जाएगा.