अयोध्या: प्रभु श्री राम अपने नूतन भवन में विराजमान होने वाले हैं. रामलला के स्वागत के लिए भव्य तैयारी की गई हैं. हर राम भक्त को उस मंगल घड़ी का इंतजार है, जब 22 जनवरी को प्रभु श्री राम अपने नूतन भवन से अपने नवीन स्वरूप के साथ अपने भक्तों को दर्शन देंगे. जब बात राम भक्त की होगी तो भला प्रभु श्री राम के परम भक्त हनुमान जी को कैसे कोई भूल सकता है.
प्रभु श्री राम के अयोध्या आगमन से पहले ही उनके भक्त हनुमान अपनी जन्मभूमि किष्किंधा से अयोध्या पहुंच चुके हैं. अयोध्या के संत तुलसीदास घाट के किनारे स्थित रथ पर सवार हनुमान जी भगवान राम के स्वागत के लिए अयोध्या पहुंचे हैं. कर्नाटक में स्थित किष्किंधा नगरी को बजरंगबली हनुमान जी का जन्म स्थान माना जाता है. इसी नगरी में बने हनुमद जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा बीते 12 वर्षों से एक रथ के माध्यम से पूरे भारत का भ्रमण किया जा रहा है.
किष्किंधा कोप्पल विजयनगर जिला कर्नाटक से चलकर अयोध्या पहुंची इस यात्रा के माध्यम से भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से पूर्व हनुमान जी को अयोध्या तक लाने की योजना पर ट्रस्ट के लोगों ने कार्य करते हुए एक रथ के माध्यम से हनुमान जी महाराज को अयोध्या पहुंचा दिया है. इस यात्रा को अयोध्या लेकर पहुंचने वाले गोविंदनंद सरस्वती ने बताया कि बीते 12 वर्षों से यह यात्रा चल रही है. अयोध्या में प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव है. ऐसे में उनके परम भक्त हनुमान पहले ही अयोध्या में आकर विराजमान हो गए हैं.
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