अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में भगवान रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण तीव्र गति से चल रहा है. ग्राउंड फ्लोर पर निर्माण का कार्य लगभग 70 फीसदी से अधिक पूरा हो चुका है. जनवरी 2024 में भगवान राम लला को गर्भ ग्रह में विराजमान करने की तारीख भी लगभग तय हो चुकी है. वहीं दूसरी तरफ मंदिर के साथ-साथ अयोध्या में आवागमन के साधन को और बेहतर बनाने के लिए एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन के निर्माण और अपग्रेडेशन का काम भी अंतिम चरण में है. अयोध्या रेलवे स्टेशन को और बेहतर बनाने और इस स्टेशन से सटे हुए आसपास के कुछ स्टेशनों को भी पर्यटन स्थल के महत्व को देखते हुए और बेहतर करने की योजना रेलवे बोर्ड ने बनाई है. इसी संबंध में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल गुरुवार को अयोध्या पहुंचे.
प्रयाग रेल रूट के स्टेशनों को किया जाएगा और बेहतर
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि रेलवे स्टेशन के नवीनीकरण और विस्तार का प्रथम चरण शीघ्र ही पूरा हो जाएगा. उसके बाद दूसरे चरण का कार्य प्रारंभ होगा. इसी के साथ ही अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन व अयोध्या कैंट और दर्शन नगर रेलवे स्टेशन को भी विस्तारित और आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा. उन्होंने जानकारी दी कि अयोध्या रेलवे स्टेशन से संबद्ध रेलवे लाइन का दोहरीकरण कार्य अगले मार्च तक पूर्ण हो जाएगा. सलारपुर स्टेशन के पास बन रहे गुड्स शेड और यार्ड का निर्माण भी अति शीघ्र पूर्ण हो जाएगा.
अयोध्या जंक्शन की बढ़ाई जाएगी क्षमता
महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कहा कि अयोध्या रेलवे स्टेशन बहुत ही महत्वपूर्ण है और इसका निर्माण राम मंदिर निर्माण के साथ ही हो रहा है. लगातार इस पर विचार किया जा रहा है कि स्टेशन की कैपेसिटी कितनी बढ़ानी है. उन्होंने यह भी बताया कि अयोध्या से प्रयागराज रेलवे लाइन और मार्ग में पड़ने वाले रेलवे स्टेशनों को भी अपेक्षित यात्री सुविधाओं से सुसज्जित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन के निर्माण में स्थानीय धार्मिक परिवेश का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. महाप्रबंधक ने रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के साथ ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों और सदस्यों के साथ बैठक भी की.