अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डाॅ. अनिल मिश्र ने कहा कि अगर पीएम मोदी राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन करेंगे, तो पूरा समाज गौरवान्वित होगा. वहीं उन्होंने भूमि पूजन के दिन संतों से आश्रम में रहने की भी अपील की है. उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी भूमि पूजन करते हैं, तो लोगों को घरों में रहकर उनका संबोधन और दिव्य अनुष्ठान का दर्शन करना चाहिए. साथ ही कहा कि कोरोना काल में घर से बाहर निकलना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है.
18 जुलाई को हुई बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की लिए दो तिथियां निर्धारित की हैं, जिनमें 3 और 5 अगस्त की तारीख तय की गई है. वहीं माना जा रहा है कि 5 अगस्त को भूमि पूजन का अनुष्ठान हो सकता है.
ट्रस्ट सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने कहा कि अगर पीएम मोदी भूमि पूजन के लिए आते हैं, तो अयोध्या की धरती उनका स्वागत करेगी. उन्होंने कहा कि भारत समेत पूरे विश्व का हिंदू समाज प्रधानमंत्री मोदी के रामलला के जन्मस्थान पर आकर राम मंदिर के भूमि पूजन करने पर गौरवान्वित महसूस करेगा. कोरोना काल के चलते डॉ. मिश्र ने संतों, श्रद्धालुओं और राम मंदिर समर्थकों से अपने स्थान पर रहकर दिव्य अनुष्ठान और प्रधानमंत्री के संबोधन को देखने व सुनने का आग्रह किया है.
शनिवार को हुई बैठक में मंदिर में माॅडल में भी कुछ बदलाव किया गया है. इसके तहत मंदिर में अब तीन की जगह पांच गुंबद बनाए जाएंगे. वहीं मंदिर की ऊंचाई में 13 फीट की वृद्धि की गई है. राम मंदिर अब 148 फीट की जगह पर 161 फीट ऊंचा होगा.
वहीं राम जन्मभूमि परिसर में पूजा पाठ का कार्य देख रहे मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने पीएम मोदी का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि विधिपूर्वक विशेष अनुष्ठान के जरिए भूमि पूजन का कार्यक्रम किया जाएगा. यह अनुष्ठान पीएम मोदी के हाथों सम्पन्न किया जाएगा.
मुख्य पुजारी ने कहा कि भूमि पूजन में मुख्य रूप से नव ग्रहों और सभी देवी देवताओं आह्वान कर उनकी पूजा-अर्चना की जाती है. साथ ही गौरी-गणेश, हनुमान और सरयू मां की पूजा के बाद पृथ्वी की पूजा की जाती है. आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि, जिस दिन पीएम रामनगरी आएंगे वह दिन शुभ होगा.