अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन जन्मस्थली अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. समय-समय पर जहां ट्रस्ट के पदाधिकारी निर्माण के लिए अधिकृत कार्यदायी संस्था लार्सन एंड टूब्रो और टाटा कंसलटेंसी के तकनीकी विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श करते रहते हैं, वहीं समय-समय पर मंदिर निर्माण की प्रगति से जुड़े फोटो और वीडियो जारी कर आम जनमानस और राम भक्तों को भी राम मंदिर निर्माण की प्रगति से अवगत कराते रहते हैं. ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की ताजा तस्वीरें जारी कर आम जनमानस को राम मंदिर निर्माण कार्य की प्रगति से अवगत कराया है. ताजा तस्वीर में मंदिर निर्माण का विहंगम दृश्य दिखाई दे रहा है, जिसमें जिस स्थान पर भगवान राम का भव्य मंदिर निर्माण होना है उस स्थान पर कार्य कर रहे कर्मचारियों की तस्वीरें हैं.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य की प्रगति की बात करें तो मंदिर के गर्भगृह की दीवार को खड़ा किया जा रहा है. इसमें लगभग अब तक 75 पत्थरों को लगाया गया है. वहीं, मंदिर के चबूतरे को तैयार करने के लिए लगभग 10800 की संख्या में कर्नाटक के ग्रेनाइट पत्थर को लगाया गया है. इसके साथ ही मंदिर की नींव की सुरक्षा के लिए 3 दिशाओं में रिटेनिंग वॉल का निर्माण किया जा रहा है. इस पर मंदिर के चारों ओर परकोटा का निर्माण होगा. यह पूरी योजना 5 एकड़ में बनाई जा रही है. परिसर में मंदिर निर्माण के बाद यात्री सुविधा केंद्र, राम कथा मंडप गौशाला और एक मल्टी थिएटर का निर्माण कराए जाने की योजना है.
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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र की मानें तो प्लिंथ निर्माण में 17000 पत्थर लगने हैं. इनमें से 14 हजार से अधिक पत्थर आ चुके हैं. पहली, दूसरी और तीसरी लेयर का कार्य पूरा हो चुका है. चौथी लेयर का काम स्टेप वाइज आगे बढ़ रहा है. जहां गर्भगृह निर्माण के लिए पत्थरों को रखे जाने का कार्य चल रहा था, वहां पर भी प्रगति है. लगभग 75 पत्थर लग चुके हैं और गर्भग्रह के पत्थरों को लगने का काम नीचे से ऊपर की तरफ बढ़ना शुरू हो गया है. अभी गर्भग्रह की परिक्रमा का निर्माण चल रहा है और वह धीरे-धीरे आगे बढ़ेगा. अब ऊंचाई का काम बढ़ता जा रहा है. रिटेनिंग वॉल का काम प्रगति पर है. दक्षिण दिशा में आधा, उत्तर दिशा में आधा और पश्चिम दिशा में पूरा कार्य लगभग हो गया है.
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