अयोध्याः भूमि विवाद मामले में फैसला आने के बाद से ही हिंदू और मुस्लिम पक्षकारों में इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया. साथ ही मुस्लिम भाइयों ने एक कदम आगे बढ़कर मंदिर बनाने की बात कही. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने फैसले पर बोर्ड की बैठक के बाद जमीयत उलेमा ने सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन दाखिल किया. जमीयत उलेमा के इस रिव्यू पिटिशन का तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर परमहंस दास ने विरोध किया है. अपने दिए विवादित बयान में उन्होंने कहा कि बजरंगदल, विश्व हिंदू परिषद, सभी आरएसएस के संगठन हैं. अगर आरएसएस चाह ले तो देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर देंगे.
परहंस के बिगड़े बोल
ईटीवी भारत को भेजे हुए विशेष वीडियो संदेश में परमहंस दास ने कहा कि जमीयत उलेमा ने अयोध्या मामले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल किया है. यह निश्चित रूप से मुसलमानों के लिए अच्छा नहीं है. क्योंकि हिंदुस्तान का हिंदू हमेशा मुसलमान को अपना भाई समझता रहा है. परमहंस ने कहा कि इससे जो प्यार अपनापन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शुरू हुआ था. उसमें दरार डालने की साजिश रची गई है.
उलेमा को नसीहत देते हुए कहा कि मैं जमीयत उलेमा को बताना चाहता हूं. बजरंगदल, विश्व हिंदू परिषद, सभी आरएसएस के संगठन हैं. इस वक्त देश में संघ के प्रगतिशील विचारधारा की सरकार है. इसके पीएम मोदी हैं. यूपी में सीएम योगी हैं. अगर आरएसएस और पीएम मोदी जिस दिन चाह लेंगे, देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर देंगे.