ETV Bharat / state

तपस्वी छावनी के महंत की दावेदारी विवाद में नया मोड़, अभी नहीं बनेगा कोई महंत

अयोध्या के तपस्वी छावनी का महंत अभी कोई नहीं बनेगा.

etv bharat
अयोध्या
author img

By

Published : Sep 10, 2022, 9:06 PM IST

अयोध्या: राम नगरी अयोध्या की प्रसिद्ध पीठ तपस्वी छावनी की महंती को लेकर चल रहे विवाद पर विराम लग गया(Famous Peeth Ascetic Cantonment of Ayodhya) है. डीएम की मौजूदगी में रामकथा संग्रहालय में करीब 3 घंटे तक बैठक चली. दोनों पक्ष के संतों की बैठक के बाद यह सफलता मिली है. अब 12 सितंबर को तपस्वी छावनी के साकेत वासी महंत के त्रयोदश संस्कार पर भंडारा होगा और महंती का फैसला न्यायालय तय करेगा. इस बैठक के बाद डीएम नीतीश कुमार ने कहा कि दोनों पक्षों की आपसी सहमति के बाद साकेत वासी महंत सर्वेश्वर दास के त्रयोदश संस्कार से जुड़ा भंडारा तो होगा पर महंती किसी की नहीं होगी. इस मामले में दोनों पक्ष न्यायालय में अपना दावा कर रहे हैं जो जीतेगा वह न्यायालय के आदेश पर महंत बन सकेगा.

तपस्वी छावनी के महंत की दावेदारी विवाद
दोनों पक्ष मिलकर देंगे संत सर्वेश्वर दास को श्रद्धांजलि
तपस्वी छावनी की महंती को लेकर विवाद गुजरात के अहमदाबाद स्थित जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीप दास और परमहंस के बीच चल रहा था. इसको लेकर राम नगरी अयोध्या में संतों के दो गुट आमने-सामने थे. इस विवाद की आग लखनऊ से होकर दिल्ली तक पहुंच चुकी थी. सत्ता के गलियारों में भी इस विवाद को लेकर असमंजस की स्थिति थी. इसका कारण अयोध्या और संतों को इसके केंद्र में होना था.


यह भी पढे़ं:तपस्वी छावनी पीठ की गद्दी के लिए संतों के दो गुट आमने-सामने, विवाद गहराया

फिलहाल शनिवार की देर शाम घंटों चली बैठक के बाद इस विवाद का हल हो गया है बाकी निर्णय न्यायालय को लेना है. इस बैठक में महंत दिलीप दास की ओर से मणिराम दास छावनी के महंत कमलनयन दास श्री वल्लभा कुंज के प्रमुख और विक्रमादित्य महोत्सव समिति के अध्यक्ष स्वामी राजकुमार दास मंगल भवन के महंत राम भूषण दास कृपालु बाबा और परमहंस दास के पक्ष में संकट मोचन सेना के अध्यक्ष संजय दास डॉ. महेश दास और माधव दास आदि संत मौजूद रहे.

यह भी पढे़ं:तपस्वी छावनी की गद्दी के लिए 12 अगस्त को संतों के दो गुट करेंगे कार्यक्रम, प्रशासन से मांगी सुरक्षा

अयोध्या: राम नगरी अयोध्या की प्रसिद्ध पीठ तपस्वी छावनी की महंती को लेकर चल रहे विवाद पर विराम लग गया(Famous Peeth Ascetic Cantonment of Ayodhya) है. डीएम की मौजूदगी में रामकथा संग्रहालय में करीब 3 घंटे तक बैठक चली. दोनों पक्ष के संतों की बैठक के बाद यह सफलता मिली है. अब 12 सितंबर को तपस्वी छावनी के साकेत वासी महंत के त्रयोदश संस्कार पर भंडारा होगा और महंती का फैसला न्यायालय तय करेगा. इस बैठक के बाद डीएम नीतीश कुमार ने कहा कि दोनों पक्षों की आपसी सहमति के बाद साकेत वासी महंत सर्वेश्वर दास के त्रयोदश संस्कार से जुड़ा भंडारा तो होगा पर महंती किसी की नहीं होगी. इस मामले में दोनों पक्ष न्यायालय में अपना दावा कर रहे हैं जो जीतेगा वह न्यायालय के आदेश पर महंत बन सकेगा.

तपस्वी छावनी के महंत की दावेदारी विवाद
दोनों पक्ष मिलकर देंगे संत सर्वेश्वर दास को श्रद्धांजलि
तपस्वी छावनी की महंती को लेकर विवाद गुजरात के अहमदाबाद स्थित जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीप दास और परमहंस के बीच चल रहा था. इसको लेकर राम नगरी अयोध्या में संतों के दो गुट आमने-सामने थे. इस विवाद की आग लखनऊ से होकर दिल्ली तक पहुंच चुकी थी. सत्ता के गलियारों में भी इस विवाद को लेकर असमंजस की स्थिति थी. इसका कारण अयोध्या और संतों को इसके केंद्र में होना था.


यह भी पढे़ं:तपस्वी छावनी पीठ की गद्दी के लिए संतों के दो गुट आमने-सामने, विवाद गहराया

फिलहाल शनिवार की देर शाम घंटों चली बैठक के बाद इस विवाद का हल हो गया है बाकी निर्णय न्यायालय को लेना है. इस बैठक में महंत दिलीप दास की ओर से मणिराम दास छावनी के महंत कमलनयन दास श्री वल्लभा कुंज के प्रमुख और विक्रमादित्य महोत्सव समिति के अध्यक्ष स्वामी राजकुमार दास मंगल भवन के महंत राम भूषण दास कृपालु बाबा और परमहंस दास के पक्ष में संकट मोचन सेना के अध्यक्ष संजय दास डॉ. महेश दास और माधव दास आदि संत मौजूद रहे.

यह भी पढे़ं:तपस्वी छावनी की गद्दी के लिए 12 अगस्त को संतों के दो गुट करेंगे कार्यक्रम, प्रशासन से मांगी सुरक्षा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.