अयोध्या: नगर कोतवाली क्षेत्र के कुढ़ा केशवपुर गांव में निर्माणाधीन व्यावसायिक भवन को जिला प्रशासन द्वारा गिराने के मामले में सपा ने मोर्चा खोल दिया है. सपा सरकार में मंत्री रहे अयोध्या के पूर्व विधायक तेज नारायण पांडे पवन ने आरोप लगाया है कि जानबूझकर ब्राह्मण समुदाय को प्रताड़ित करने के लिए जिला प्रशासन ने निर्माणाधीन भवन को गिराया है. तेज नारायण ने इस प्रकरण में क्षेत्रीय लेखपाल और तहसीलदार सहित राजस्व विभाग के अन्य अधिकारियों की भूमिका के जांच की मांग की है.
गुरुवार को सपा कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे पवन ने आरोप लगाया कि एसडीएम सदर ने जानबूझकर ब्राह्मण परिवार का उत्पीड़न करने के लिए निर्माणाधीन भवन को गिरा दिया. अगर निर्माण गैरकानूनी था तो बीते 2 महीनों में निर्माण क्यों नहीं रोका गया. बिना कोई पूर्व सूचना दिए अचानक जेसीबी लेकर जिला प्रशासन के अधिकारी क्यों पहुंच गए. बिना पूर्व जानकारी दिए निर्माण क्यों गिरा दिया गया. जिला प्रशासन की पूरी कार्रवाई संदेह के घेरे में है.
अयोध्या में हो रहा उत्पीड़न
सपा के पूर्व विधायक तेज नारायण पांडे ने आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में ब्राह्मण समाज के लोगों की हत्या, उनका फर्जी एनकाउंटर और उनके उत्पीड़न की कार्रवाई योगी सरकार कर रही है. अयोध्या में भी जिला प्रशासन ने ब्राह्मण परिवारों का उत्पीड़न करने का काम किया है. मेरी जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से मांग है कि क्षेत्रीय राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों की पूरी भूमिका की जांच की जानी चाहिए. ब्राह्मण परिवारों को इंसाफ दिलाया जाना चाहिए नहीं तो आने वाले चुनाव में प्रदेश की जनता योगी सरकार को करारा जवाब देगी.
गिरा दिया गया था व्यावसायिक निर्माण
बताते चलें कि 2 दिन पूर्व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कुढ़ा केशवपुर में हो रहे व्यावसायिक भवन के निर्माण को जेसीबी लगाकर गिरवा दिया था. एसडीएम सदर ज्योति सिंह के मुताबिक, सरकारी जमीन पर कराया जा रहा था निर्माण जमीन वैतरणी तालाब के नाम से राजस्व अभिलेखों में दर्ज है. इसलिए निर्माण गिराया गया था. इसी मामले को लेकर सपा ने जिला प्रशासन के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.