अयोध्या: राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के अयोध्या दौरे में ही बैठक की तारीख तय हो गई थी. आज 11 सितंबर से 12 सितंबर तक दो दिवसीय विशेष बैठक का आयोजन दिल्ली में किया जा रहा है. इस बैठक में राम मंदिर निर्माण के लिए अधिकृत कार्यदाई संस्था एल एंड टी के वरिष्ठ अधिकारी आईआईटी चेन्नई के तकनीकी विशेषज्ञ और बिल्डिंग रिसर्च इंस्टिट्यूट रुड़की के तकनीकी जानकार शामिल होंगे. इसके अलावा इस बैठक में राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों भी शामिल होंगे. बैठक की अध्यक्षता राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र करेंगे.
इस दो दिवसीय बैठक में तय होगा कि किधर राम मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार होगा और किधर निकास द्वार सहित अन्य निर्माण योजनाएं होंगी. अयोध्या नगर की सीमा के बाहर भी अयोध्या की पौराणिकता के महत्व को ध्यान में रखकर कई योजनाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा. नृपेंद्र मिश्र के अयोध्या दौरे के दौरान ही यह तय हो गया था कि दिल्ली में होने वाली बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा होगी और उन्हें फाइनल टच दिया जाएगा.
बैठक में इन मुद्दों पर होगी चर्चा
अयोध्या में नृपेंद्र मिश्र के साथ अन्य सदस्यों की बैठक में बात सामने आई थी कि अयोध्या का महत्व उसकी पौराणिकता में ही है और इसकी सीमा नगर के बाहर भी है. इसे देखते हुए अयोध्या नगर और उससे सटे हुए आसपास के इलाकों में विकास योजनाओं पर मंथन किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, इसके अलावा 70 एकड़ के परिसर में किस स्थान पर क्या निर्माण होगा और किस तरह का होगा इन चर्चाओं को भी अंतिम रूप दिया जाएगा. मंदिर निर्माण के अलावा प्रवेश द्वार, निकास द्वार, नक्षत्र वाटिका यात्री और विश्रामालय सहित कई अन्य निर्माणों पर भी अंतिम मुहर लग सकती है.
चर्चा इस बात की भी है कि पितृपक्ष होने के कारण अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की गतिविधियां थोड़ी सुस्त हैं. 17 अक्टूबर से नवरात्र शुरू होते ही अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर चल रही कवायद और तेज हो जाएगी. इसके साथ ही निर्माण संबंधी तमाम योजनाएं तेज रफ्तार से चल पड़ेंगी.