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अयोध्या फैसले पर बोले महंत रामदास, 'बजरंगबली और अली में नहीं है कोई अंतर'

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Published : Nov 10, 2019, 11:35 PM IST

नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास ने अयोध्या फैसले पर कहा कि किसी की जीत और हार नहीं हुई है. बजरंगबली और अली में कोई अंतर नहीं है. सुप्रीम कोर्ट का निर्णय अद्वितीय है.

नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास.

अयोध्या: नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास ने कहा कि सभी धर्म सामाजिक समरसता बनाने के लिए स्थापित किए गए हैं. उनका कहना है कि बजरंगबली और अली में कोई अंतर नहीं है. सुप्रीम कोर्ट का फैसला किसी की हार और जीत से संबंधित नहीं है.

अयोध्या फैसले पर प्रतिक्रिया देते नाका हनुमानगढ़ी के महंत.

अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. अधिकतर मुस्लिम और हिंदू पक्ष के लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया है. फैसला आने के बाद अयोध्या की सभी प्रमुख मंदिरों में खासा उत्साह है. नौका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान कहा कि सर्वोच्च अदालत का यह निर्णय अद्वितीय है. इसमें किसी की हार या फिर जीत नहीं हुई है.


ये भी पढ़ें: फैसला आने के बाद कभी खुशी होती है, तो कभी गम: जमीयत उलेमा हिंद

महंत रामदास कहते हैं कि सभी धर्म समाज को जोड़ने के लिए बनाया गया है. हम बजरंगबली कहते हैं और मुस्लिम अली कहते हैं.दोनों में कोई अंतर नहीं हैं. यह दोनों नाम आस्था के प्रतीक हैं.

अयोध्या: नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास ने कहा कि सभी धर्म सामाजिक समरसता बनाने के लिए स्थापित किए गए हैं. उनका कहना है कि बजरंगबली और अली में कोई अंतर नहीं है. सुप्रीम कोर्ट का फैसला किसी की हार और जीत से संबंधित नहीं है.

अयोध्या फैसले पर प्रतिक्रिया देते नाका हनुमानगढ़ी के महंत.

अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. अधिकतर मुस्लिम और हिंदू पक्ष के लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया है. फैसला आने के बाद अयोध्या की सभी प्रमुख मंदिरों में खासा उत्साह है. नौका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान कहा कि सर्वोच्च अदालत का यह निर्णय अद्वितीय है. इसमें किसी की हार या फिर जीत नहीं हुई है.


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महंत रामदास कहते हैं कि सभी धर्म समाज को जोड़ने के लिए बनाया गया है. हम बजरंगबली कहते हैं और मुस्लिम अली कहते हैं.दोनों में कोई अंतर नहीं हैं. यह दोनों नाम आस्था के प्रतीक हैं.

Intro:अयोध्या: नाका हनुमानगढ़ी की महंत रामदास ने कहा है कि सभी धर्म सामाजिक समरसता बनाने के लिए स्थापित किए गए हैं. उनका कहना है कि बजरंगबली और अली में कोई अंतर नहीं है. सुप्रीम कोर्ट का फैसला किसी हार और जीत से संबंधित नहीं है.


Body:अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. अधिकतर मुस्लिम और हिंदू पक्ष के लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया है. फैसला आने के बाद अयोध्या की सभी प्रमुख मंदिरों में खासा उत्साह है. नौका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान कहा कि सर्वोच्च अदालत का यह निर्णय अद्वितीय है. इसमें किसी की हार या फिर जीत नहीं हुई है.


Conclusion:महंत रामदास कहते हैं कि सभी धर्म समाज को जोड़ने के लिए बनाया गया है. हम बजरंगबली कहते हैं और मुस्लिम अली कहते हैं.दोनों में कोई अंतर नहीं हैं. यह दोनों नाम आस्था के प्रतीक हैं.

बाइट- रामदास, महंत, नाका हनुमानगढ़ी
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