अयोध्या: केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से हटाए गए अनुच्छेद 370 और 35A के एक्शन के बाद किसी प्रकार का कोई उपद्रव या अनहोनी की आशंका के चलते देश भर में हाई अलर्ट किया गया है. ऐसे में यूपी के अयोध्या जिले में भी सभी सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं. इसी दौरान अयोध्या के ग्रामीण क्षेत्र मिल्कीपुर में एक दिलचस्प मामला सामने आया है.
खंडासा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक लड़की की शादी जम्मू-कश्मीर के शोपियां के रहने वाले एक युवक से मुस्लिम रीति-रिवाज से संपन्न हो गई, लेकिन जब कश्मीरी दूल्हा अपने साथियों समेत दुल्हन को विदा कराने पहुंचा तो उसे दुल्हन तो नहीं मिली, बल्कि पुलिस उसे थाने लेकर चली गई.
पुलिस ने दोनों पक्षों से की पूछताछ
विदाई के वक्त अचानक दुल्हन के घर पहुंची पुलिस ने कश्मीरी दूल्हे और उसके साथ मौजूद चार अन्य बारातियों और एक महिला की पहचान को लेकर सवाल खड़ा कर दिया और नाम पते के सत्यापन से पहले दुल्हन की विदाई का कार्यक्रम रुकवा दिया. बताते चलें इन दिनों जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद उपजे हालात से पूरे देश में सतर्कता बढ़ा दी गयी है.
खंडासा थाना क्षेत्र के भीखी का पुरवा गांव का मामला
खंडासा थाना क्षेत्र के भीखी का पुरवा गांव के रहने वाले जमील की बेटी जीनत का निकाह 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा और शोपियां के रहने वाले युवक रुखसार से मुस्लिम रीति-रिवाज के जरिए संपन्न हुआ था. इस विवाह में कश्मीरी युवक रुखसार के साथ एक महिला और पुरुष 4 दिन पहले गांव आए थे. इस बात की जानकारी आसपास के लोगों ने खंडासा पुलिस को दी. उसके बाद पुलिस ने दुल्हे समेत चारों लोगों को हिरासत में ले लिया है. फिर जांच की गई. जांच करने के बाद सब कुछ सही निकला तो खंडासा पुलिस ने छोड़ दिया. वहीं लड़की के पिता का कहना है पहले विदाई करने पर रोक लगाई गई, फिर लड़के की जांच की गई, जांच में सही पाए गए तो उनकी विदाई बाद में कर दी गई.
कश्मीरी युवक के शादी की सूचना मिली थी. पुलिस ने सभी तथ्यों की जांच-पड़ताल की. उसके बाद दोनों परिवारों ने बताया कि शादी राजी-खुशी और आपसी रजामंदी से हुई है.
-शैलेंद्र सिंह, एसपी ग्रामीण अयोध्या