अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि मामले में जिला अदालत से लेकर हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट तक पैरवी करने वाले वकीलों और पैरोकारों का एक दल आज अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन करने पहुंचा. वकीलों ने रामलला के दर्शन के दौरान उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रति भी सौंपी. वकीलों का दल हनुमानगढ़ी का दर्शन भी करेगा. विश्व हिंदू परिषद करीब 3 बजे इन सभी वकीलों का सम्मान करेगी.
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आज वकीलों का एक दल अयोध्या पहुंचा है. यहां रामलला के वकील के परासरन ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश की एक प्रति भी सौंपी. करीब 3 बजे विश्व हिंदू परिषद वकीलों का सम्मान करेगी. वकीलों का सम्मान कारसेवकपुरम में किया जाएगा. इसमें लोअर कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के वकील शामिल हैं. इस दौरान साध्वी ऋतम्भरा, विहिप उपाध्यक्ष चंपत राय, सुप्रीम कोर्ट वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरन, सीएस वैधनाथन, पीएस नरसिम्हा, विहिप कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार भी मौजूद होंगे.
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विहिप के संरक्षक दिनेश चंद ने कहा कि फैसले के बाद रामलला का दर्शन कर आत्म संतुष्टि हुई है. ये सभी ऐसे वकील हैं जो हमेशा से श्रीराम जन्मभूमि मामले को आस्था और ईश भक्ति के रूप में मानकर केस लड़ते रहे हैं. इसमें से किसी भी स्तर पर किसी भी एडवोकेट का आंकलन कर पाना मुश्किल है, क्योंकि सबने रामलला के लिए पूरी उम्र मेहनत की है. के परासरन की बात करें तो उनकी फीस 25 लाख रुपया प्रतिदिन की है, लेकिन एक भी रुपया उन्होंने रामलला का केस लड़ने के लिए नहीं लिया.