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रामलला के दरबार पहुंचे उनके वकील के. परासरन, भगवान राम को सौंपी आदेश की प्रति

अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से 9 नवंबर को फैसला सुनाया गया था. इसके बाद आज रामलला विराजमान के वकील के. परासरन के नेतत्व में एक दल अयोध्या पहुंचा है. यहां विश्व हिंदू परिषद वकीलों के दल का सम्मान करेगी.

के परासरन
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Published : Nov 23, 2019, 10:55 AM IST

Updated : Nov 23, 2019, 2:54 PM IST

अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि मामले में जिला अदालत से लेकर हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट तक पैरवी करने वाले वकीलों और पैरोकारों का एक दल आज अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन करने पहुंचा. वकीलों ने रामलला के दर्शन के दौरान उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रति भी सौंपी. वकीलों का दल हनुमानगढ़ी का दर्शन भी करेगा. विश्व हिंदू परिषद करीब 3 बजे इन सभी वकीलों का सम्मान करेगी.

अयोध्या पहुंचे के परासरन.

अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आज वकीलों का एक दल अयोध्या पहुंचा है. यहां रामलला के वकील के परासरन ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश की एक प्रति भी सौंपी. करीब 3 बजे विश्व हिंदू परिषद वकीलों का सम्मान करेगी. वकीलों का सम्मान कारसेवकपुरम में किया जाएगा. इसमें लोअर कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के वकील शामिल हैं. इस दौरान साध्वी ऋतम्भरा, विहिप उपाध्यक्ष चंपत राय, सुप्रीम कोर्ट वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरन, सीएस वैधनाथन, पीएस नरसिम्हा, विहिप कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार भी मौजूद होंगे.

इसे भी पढ़ें- काशी में अति रुद्रम् यज्ञ का आयोजन, दक्षिण भारत से पहुंचे श्रद्धालु

विहिप के संरक्षक दिनेश चंद ने कहा कि फैसले के बाद रामलला का दर्शन कर आत्म संतुष्टि हुई है. ये सभी ऐसे वकील हैं जो हमेशा से श्रीराम जन्मभूमि मामले को आस्था और ईश भक्ति के रूप में मानकर केस लड़ते रहे हैं. इसमें से किसी भी स्तर पर किसी भी एडवोकेट का आंकलन कर पाना मुश्किल है, क्योंकि सबने रामलला के लिए पूरी उम्र मेहनत की है. के परासरन की बात करें तो उनकी फीस 25 लाख रुपया प्रतिदिन की है, लेकिन एक भी रुपया उन्होंने रामलला का केस लड़ने के लिए नहीं लिया.

अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि मामले में जिला अदालत से लेकर हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट तक पैरवी करने वाले वकीलों और पैरोकारों का एक दल आज अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन करने पहुंचा. वकीलों ने रामलला के दर्शन के दौरान उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रति भी सौंपी. वकीलों का दल हनुमानगढ़ी का दर्शन भी करेगा. विश्व हिंदू परिषद करीब 3 बजे इन सभी वकीलों का सम्मान करेगी.

अयोध्या पहुंचे के परासरन.

अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आज वकीलों का एक दल अयोध्या पहुंचा है. यहां रामलला के वकील के परासरन ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश की एक प्रति भी सौंपी. करीब 3 बजे विश्व हिंदू परिषद वकीलों का सम्मान करेगी. वकीलों का सम्मान कारसेवकपुरम में किया जाएगा. इसमें लोअर कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के वकील शामिल हैं. इस दौरान साध्वी ऋतम्भरा, विहिप उपाध्यक्ष चंपत राय, सुप्रीम कोर्ट वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरन, सीएस वैधनाथन, पीएस नरसिम्हा, विहिप कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार भी मौजूद होंगे.

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विहिप के संरक्षक दिनेश चंद ने कहा कि फैसले के बाद रामलला का दर्शन कर आत्म संतुष्टि हुई है. ये सभी ऐसे वकील हैं जो हमेशा से श्रीराम जन्मभूमि मामले को आस्था और ईश भक्ति के रूप में मानकर केस लड़ते रहे हैं. इसमें से किसी भी स्तर पर किसी भी एडवोकेट का आंकलन कर पाना मुश्किल है, क्योंकि सबने रामलला के लिए पूरी उम्र मेहनत की है. के परासरन की बात करें तो उनकी फीस 25 लाख रुपया प्रतिदिन की है, लेकिन एक भी रुपया उन्होंने रामलला का केस लड़ने के लिए नहीं लिया.

Intro:
अयोध्या. श्री राम जन्मभूमि मामले में जिला अदालत से लेकर हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट तक पैरवी करने वाले वकीलों और पैरों का रोका आज एक दल अयोध्या में श्री राम के दर्शन करने पहुंचा रामलला के दर्शन के दौरान उन्हें जीत की एक प्रतिलिपि भी दर्शन के रूप में चढ़ाए गा इसके बाद हनुमानगढ़ी के दर्शन भी किए जाएंगे और दोपहर के बाद लगभग 3:00 इन सभी 50 वकीलों का विश्व हिंदू परिषद सम्मान करेगी।
रामलला के वकीलों का सम्मान आज कारसेवकपुरम में दोपहर 3 बजे होगा।
लोवर कोर्ट, हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के वकीलों का सम्मान किया जाएगा।
विहिप कर रहा अधिवक्ताओं का सम्मान समारोह करेगा। इससे पूर्व सभी अधिवक्ता करेंगे आज सुबह रामलला के दर्शन के लिए पहुँचे।
साध्वी ऋतम्भरा, विहिप उपाध्यक्ष चंपत राय,वरिष्ठ अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट के.परासरन ,सीएस वैधनाथन ,पीएस नरसिम्हा,विहिप कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार भी होंगे। Body:दिनेश मिश्राConclusion:8707765484
Last Updated : Nov 23, 2019, 2:54 PM IST
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