अयोध्या: धर्म नगरी की प्रतिष्ठित पीठ तपस्वी छावनी से जुड़े जगद्गुरु परमहंस आचार्य (jagadguru paramhans acharya) ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है. जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने अपने खून से देश के प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने 7 नवंबर 2023 से पहले भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो 7 नवंबर 2023 से वह अन्न-जल का त्याग कर भूख हड़ताल पर बैठेंगे और उनका आमरण अनशन तब तक चलेगा, जब तक उनकी मांग को नहीं मान लिया जाता. यह पत्र उन्होंने रविवार की दोपहर अपने आश्रम पर बैठकर लिखा है.
पत्र लिखने के पहले जगद्गुरु परमहंस आचार्य अयोध्या के श्री राम चिकित्सालय पहुंचे. जहां पर उन्होंने डॉक्टरों की मदद से खून निकलवाया और उसे लेकर अपने आश्रम पहुंचे. उन्होंने उसी खून से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित कर एक पत्र लिखा. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि देश का बटवारा धर्म के आधार पर हुआ. पाकिस्तान और बांग्लादेश मुसलमानों को दिया गया, जो इस्लामिक राष्ट्र बन चुका है. इसलिए बटवारे से जो बचा हुआ है, उसे हिंदू राष्ट्र घोषित होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि देश और सनातन धर्म की रक्षा के लिए यह कदम बेहद आवश्यक है. जिस प्रकार से आज धमकियां मिल रही है कि जब मोदी और योगी नहीं होंगे तो हिंदुओं का क्या होगा. ऐसे में आने वाले समय में अगर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं किया गया तो ना यह देश बचेगा, न यह संविधान बचेगा और ना ही इस देश में रहने वाले लोग बचेंगे. इसलिए मेरी मांग है कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए.
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