अयोध्याः श्रीरामलला के पक्ष में फैसला आने के बाद लंबे अर्से से चले आ रहे अयोध्या विवाद का अंत हो गया. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश में सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने का पालन भी सरकार ने कर दिया. अब सुन्नी वक्फ बोर्ड की एक अहम बैठक 5 मार्च को लखनऊ में होनी है. इस बैठक में वक्फ अभिलेखों से बाबरी मस्जिद नाम को डिलीट करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. माना जा रहा है कि इस बैठक में बोर्ड 5 एकड़ जमीन पर होने वाले निर्माण को लेकर ट्रस्ट का एलान कर सकता है.
मस्जिद के लिए बन सकता है ट्रस्ट
इस बैठक में बाबरी मस्जिद मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी को नहीं बुलाया गया है, जिसको लेकर उन्होंने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि फैसला आने के बाद सुन्नी वक्फ बोर्ड के पदाधिकारियों ने उनसे बात तक ठीक से नहीं की. उन्होंने कहा कि बोर्ड के चैयरमैन मो. फारुखी का फोन नहीं उठता. इक़बाल अंसारी ने कहा कि पिछले 70 सालों से हमारा परिवार इस मामले की पैरवी करते आ रहा है. जब से फैसला आया है सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के पदाधिकारियों ने ठीक से बात तक नहीं की है.
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