अयोध्या: शुगर की बीमारी का इलाज करने के बहाने एक शातिर जालसाज ने मंदिर के पुजारी को बीती रात जहरीला पदार्थ खिला दिया, जिसके कारण वह बेहोश हो गए. उसके बाद पुजारी के कमरे में रखी नगदी और बहुमूल्य सामान लेकर कथित चोर फरार हो गया.
जानें पूरा मामला
मामले की खबर शनिवार की दोपहर तब हुई, जब मंदिर का एक पुजारी, महंत के न उठने पर उनके कमरे में गया. मंदिर में रहने वाले एक अन्य विद्यार्थी ने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी. विद्यार्थी ने बताया कि चोर 50,000 से अधिक की नगदी और कई अन्य बहुमूल्य सामान लेकर फरार हो गया है. वैद्य बताकर मंदिर के पुजारी को भरोसा दिलाया. मिली जानकारी के मुताबिक अयोध्या कोतवाली क्षेत्र हनुमान कुंड वार्ड में हनुमान खटला मंदिर के पुजारी मुरारी पांडे के साथ जहरखुरानी की वारदात अंजाम दी गई है, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अयोध्या के जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.
मंदिर में ही रहने वाले एक विद्यार्थी ने बताया कि शुक्रवार की देर शाम एक व्यक्ति मंदिर के पुजारी के पास आया था. शुरू में बातचीत के दौरान वह व्यक्ति पुजारी से घुल मिल गया. बातचीत के दौरान मंदिर के पुजारी ने अपनी शुगर की बीमारी का जिक्र उस व्यक्ति से किया.
ऐसे की चोरी
पुजारी की समस्या सुनने के बाद कथित जहर खुरान ने नीम के काढ़े के प्रयोग से शुगर की बीमारी में राहत की बात कहकर नीम की पत्तियों और तेल से एक दवा बनाई. खाना खाने के बाद मंदिर के अन्य सदस्य जब अपने अपने सोने के स्थान पर चले गए, उसी समय पुजारी के कमरे में जाकर उस व्यक्ति ने वह दवा पुजारी को पिला दी, जिसके बाद संभवत: पुजारी बेहोश हो गए और रात भर में उस व्यक्ति ने कमरे में मौजूद नगदी और अन्य कीमती सामान चोरी कर फरार हो गया.
भगवान की प्रतिमाएं और उन पर पहनाया गया आभूषण बचा
कुछ महीने पहले एक और मंदिर के महंत को जहरीला पदार्थ खिलाकर चोरी हो चुकी है. राहत की बात यह रही की कथित चोर मंदिर के गर्भ गृह तक नहीं पहुंचा, जिसके कारण मंदिर में रखी भगवान की प्रतिमाएं और उन पर पहनाया गया आभूषण बच गया.
आपको बता दें कि कुछ महीने पूर्व अयोध्या के सरयू घाट के किनारे स्थित गया मंदिर के महंत सरयू दास के साथ रामसुखदास के साथ भी इसी तरह की घटना हुई थी, जिसमें उनकी इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. इस घटना में पुलिस के हाथ अभी खाली हैं. वहीं एक और वारदात पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है. इस पूरे मामले पर अभी तक अयोध्या पुलिस ने चुप्पी साध रखी है.