अयोध्या: अयोध्या में एक दिलचस्प मामला सामने आया है. इसमें पहले तो एक दारोगा साहब भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड हो गए और उसके बाद उनके खिलाफ उसी थाने में भ्रष्टाचार से जुड़ा मुकदमा दर्ज हो गया, जिस थाने में वह खुद दारोगा थे. आरोपी दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले भी उसी थाने के इंचार्ज हैं. एक मुकदमे की जांच में छोड़ने के एवज में आरोपी दारोगा ने आरोपी पक्ष के ऊपर रुपये देने का दबाव बनाया था. आरोपी पक्ष ने इस मामले की ऑडियो रिकॉर्डिंग एसएसपी अयोध्या को भेज दी. इसके बाद अयोध्या एसएसपी के आदेश पर जांच हुई और आरोपी दारोगा के खिलाफ केस दर्ज किया गया.
अयोध्या कोतवाली नगर में धोखाधड़ी का एक मुकदमा दर्ज हुआ है. मां मीडिया हाउस नाम के संस्थान ने लोगों को रुपये दोगने करने का लालच दिया गया था. इस मामले में कंपनी के संचालक ने कई लोगों से ठगी की थी. इस मामले में पीड़ितों ने मां मीडिया हाउस के संचालक के खिलाफ मुकदमा कोतवाली नगर में दर्ज कराया था. इस मुकदमे की विवेचना थाने में तैनात दारोगा शीतला प्रसाद यादव कर रहे थे.
आरोप है कि उन्होंने ने जांच में छूट देने के नाम पर आरोपी पक्ष से रुपये की डिमांड की थी. जब यह मामला वरिष्ठ अधिकारियों की जानकारी में पहुंचा तो उन्होंने संबंधित विवेचक को सख्त हिदायत भी दी थी. रुपयों के लालच में दारोगा शीतला प्रसाद यादव ने फोन पर आरोपी से रुपयों की मांग की थी. आरोपी ने पूरी बातचीत की रिकॉर्डिंग अयोध्या एसएसपी शैलेश पांडे को भेज दी. इसके बाद तत्काल एसएसपी शैलेश पांडे ने आरोपी दारोगा को सस्पेंड कर दिया.
एएसपी पलास बंसल ने बताया कि कोतवाली नगर में तैनात दरोगा शीतला प्रसाद यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर, उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं. एफआईआर की कार्रवाई कोतवाली नगर के प्रभारी सुरेश पांडे की तहरीर पर की गई है.