अयोध्याः दशहरे के उपलक्ष में श्री राम जन्मभूमि में भगवान राम की पूजा देखते ही बनती है. यहां इस दिन बहुत से लोग श्री राम लला के दर्शन करने आते हैं, क्योंकि आज जो पूरे देश में खुशी का माहौल है उसके पीछे रामलला ही हैं, जिन्होंने रावण पर विजय प्राप्त कर, अधर्म पर धर्म का विजय पताका फहराया.
श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सत्येंद्र जी ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में बताया कि, इस दिन को हम विजय पर्व कहते हैं. इस दिन के लिए शास्त्रों में वर्णित तमाम प्रकार की ऐसी पूजा विधियां है, जिससे विजयश्री का आशीर्वाद मिलता है. इस दिन खासतौर पर आदित्य स्रोत का पाठ और मंगल गान जरूर गाए जाते हैं.
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आचार्य सत्येंद्र दास जी ने बताया कि आज के ही दिन भगवान राम ने रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त किया था. इसलिए दशहरा के साथ-साथ इसे विजयदशमी भी कहा जाता है. उस समय भगवान राम की सेना में वानर और भालू थे, लेकिन अयोध्या में जो सेना है वह मनुष्य की सेना है.
इस सेना में सीआरपीएफ, पीएससी बल और लोकल पुलिस है. इसलिए उनकी जो सेना यहां दिखाई देती है, वह चारों ओर से रामलला को घेरे हुए पुलिस का पहरा है, जैसे भगवान राम जब यहां राजा के रूप में थे तो यहां उनके दरबार में सेना लगी हुई थी, उसी रूप में वर्तमान समय में यहां सेना के रूप में पुलिस बल तैनात है.