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अयोध्या के 8 प्रमुख क्षेत्रों में ड्रोन से हो रही निगरानी - अयोध्या पुलिस

अयोध्या भूमि विवाद मामले में फैसला आने से पहले अराजक तत्वों से निपटने और लोगों की सुरक्षा के लिए ड्रोन कैमरों को लगाया गया है. ड्रोन कैमरे के माध्यम से असामाजिक तत्वों पर निगरानी की जा रही है.

ड्रोन से हो रही निगरानी.
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Published : Nov 8, 2019, 8:47 AM IST

Updated : Nov 8, 2019, 8:38 PM IST

अयोध्या: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में पंच कोसी परिक्रमा अपने अंतिम दौर में है. वहीं दशकों से चला आ रहा अयोध्या भूमि विवाद मामले में भी जल्द ही फैसला आ सकता है. ऐसे में किसी भी प्रकार की घटना से निपटने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस, खुफिया एजेंसियों ने कमर कस ली है. हाल ही में मिले आईबी इनपुट के मुताबिक नेपाल बॉर्डर की ओर से आतंकियों और संदिग्धों के घुसने की सूचना दी गई है. ऐसे में संदिग्धों से निपटने के लिए जगह-जगह सुरक्षा बलों ने अयोध्या को एक अभेद्य किले में तब्दील कर दिया है.

ड्रोन कैमरे से अयोध्या की निगरानी की जा रही है.

अयोध्या में सर्विलांस के जरिए भी मॉनिटर किया जा रहा है. इसमे सोशल मीडिया एक्टिविटी के अलावा ड्रोन कैमरे से भी संदिग्धों की पहचान की जा रही है. अयोध्या में लगभग सभी प्रमुख क्षेत्रों में ड्रोन के जरिए ऊंचाई से एंटी नेशनल लोगों की पहचान की जा रही है. अयोध्या में 8 ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं. अयोध्या में निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे और भी बढ़ाए जा सकते हैं.

यह भी पढ़ें- UPPCL PF घोटालाः कर्मचारियों के साथ है सरकार, दोषियों पर होगी कार्रवाई

ड्रोन के माध्यम से छत पर पत्थर जमा करने वालों की भी निगरानी की जा रही है. इन ड्रोन को चलाने के लिए कई मंदिरों और मठों से भी सहायता ली जा रही है, जिससे ऊंचाई से ड्रोन उड़ाकर कवर किया जा सके. ड्रोन कैमरे जहां लगाए गए हैं, उनमें जिले का चौक क्षेत्र, श्रीरामजन्मभूमि क्षेत्र से सटा हुआ आउटर राम कोट क्षेत्र, हनुमान गढ़ी चौराहा, मकबरा रोड, रीकाब गंज क्षेत्र, लक्ष्मण किला रोड क्षेत्र प्रमुख तौर पर शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- अयोध्या फैसले को लेकर यूपी में हाई अलर्ट, सभी जिलों में बनाए गए कंट्रोल रूम

सीओ सिटी अरविंद चौरसिया ने कहा है कि ड्रोन कैमरे से लगातार निगरानी की जा रही है, जिससे परिषद कार्यों के आदेश का पालन करना भी शामिल है. ड्रोन कैमरे के संचालन और व्यवस्था के लिए दो टीम ड्रोन कैमरे की बनाई गई हैं. जो अलग-अलग जगह पर इसकी निगरानी कर रहे ड्रोन कैमरे के सीधे संपर्क में रहेंगी.

अयोध्या: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में पंच कोसी परिक्रमा अपने अंतिम दौर में है. वहीं दशकों से चला आ रहा अयोध्या भूमि विवाद मामले में भी जल्द ही फैसला आ सकता है. ऐसे में किसी भी प्रकार की घटना से निपटने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस, खुफिया एजेंसियों ने कमर कस ली है. हाल ही में मिले आईबी इनपुट के मुताबिक नेपाल बॉर्डर की ओर से आतंकियों और संदिग्धों के घुसने की सूचना दी गई है. ऐसे में संदिग्धों से निपटने के लिए जगह-जगह सुरक्षा बलों ने अयोध्या को एक अभेद्य किले में तब्दील कर दिया है.

ड्रोन कैमरे से अयोध्या की निगरानी की जा रही है.

अयोध्या में सर्विलांस के जरिए भी मॉनिटर किया जा रहा है. इसमे सोशल मीडिया एक्टिविटी के अलावा ड्रोन कैमरे से भी संदिग्धों की पहचान की जा रही है. अयोध्या में लगभग सभी प्रमुख क्षेत्रों में ड्रोन के जरिए ऊंचाई से एंटी नेशनल लोगों की पहचान की जा रही है. अयोध्या में 8 ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं. अयोध्या में निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे और भी बढ़ाए जा सकते हैं.

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ड्रोन के माध्यम से छत पर पत्थर जमा करने वालों की भी निगरानी की जा रही है. इन ड्रोन को चलाने के लिए कई मंदिरों और मठों से भी सहायता ली जा रही है, जिससे ऊंचाई से ड्रोन उड़ाकर कवर किया जा सके. ड्रोन कैमरे जहां लगाए गए हैं, उनमें जिले का चौक क्षेत्र, श्रीरामजन्मभूमि क्षेत्र से सटा हुआ आउटर राम कोट क्षेत्र, हनुमान गढ़ी चौराहा, मकबरा रोड, रीकाब गंज क्षेत्र, लक्ष्मण किला रोड क्षेत्र प्रमुख तौर पर शामिल हैं.

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सीओ सिटी अरविंद चौरसिया ने कहा है कि ड्रोन कैमरे से लगातार निगरानी की जा रही है, जिससे परिषद कार्यों के आदेश का पालन करना भी शामिल है. ड्रोन कैमरे के संचालन और व्यवस्था के लिए दो टीम ड्रोन कैमरे की बनाई गई हैं. जो अलग-अलग जगह पर इसकी निगरानी कर रहे ड्रोन कैमरे के सीधे संपर्क में रहेंगी.

Intro:अयोध्या. भगवान श्रीराम की नगरी अयोधया में पंच कोसी अपने अंतिम दौर में है, वही दशकों से चला आ रहा श्रीरामजन्मभूमि मामले में भी फैसला बस किसी भी दिन आने ही वाला है। ऐसे में अयोध्या में किसी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस, खुफिया एजेंसियों ने कमर कस ली है।
हाल ही में मिले आईबी इनपुट के मुताबिक नेपाल बॉर्डर की ओर से आतंकियों और संदिग्धों के घुसने की सूचना दी गई है। ऐसे में संदिग्धों से निपटने के लिए जगह जगह सुरक्षा बलों ने अयोध्या को एक अभेद्य किले में तब्दील कर दिया है। वही पूरी अयोध्या को सर्विलांस के ज़रिए भी मॉनिटर किया जा रहा है। इसमे सोशल मीडिया एक्टिविटी के अलावा ड्रोन कैमरे से भी संदिग्धों की पहचान की जा रही है। इस वक़्त अयोध्या में लगभग सभी प्रमुख क्षेत्रों में ड्रोन के ज़रिए ऊंचाई से एंटी नेशनल लोगों की पहचान की जा रही है। इस वक़्त अयोध्या में आकाश की ऊंचाई से सुरक्षा के किए 8कैमरे लगाए हैं, हालांकि इसमें इज़ाफ़ा करने की प्लानिंग में अयोध्या पुलिस ने अपनी जरूरत की रिपोर्ट भेज दी है।

श्रीरामजन्मभूमि मामले में फैसला आने से पहले अराजक तत्वों से निपटने और जनता की सुरक्षा में ड्रोन कैमरों को लगाया गया है। ड्रोन कैमरे के माध्यम से असामाजिक तत्व पर निगरानी की जा रही है।
एक एडिशनल एसपी और सीओ की निगरानी में परिक्रमा मार्ग से लेकर पूरी6किलो मीटर के रेडियस पर ड्रोन कैमरे के माध्यम से निगरानी की जा रही है।
ड्रोन के माध्यम से हम छत पर पत्थर जमा करने वालों की भी निगरानी की जा रही है। इन ड्रोन को चलाने के लिए कई मंदिरों और मठों से भी सहायता ली जा रही है। जिससे ऊंचाई से ड्रोन उड़ाकर कवर किया जा सके।

Body:ड्रोन कैमरे जहां लगाए गए हैं, उनमें जिले का चौक क्षेत्र, श्रीरामजन्मभूमि क्षेत्र से सटा हुआ आउटर राम कोट क्षेत्र, हनुमान गढ़ी चौराहा, मकबरा रोड, रीक़ाब गंज क्षेत्र,
लक्ष्मण किला रोड क्षेत्र प्रमुख तौर पर शामिल हैं।
Byte-अरविंद चौरसिया(सीओ सिटी)अयोध्याConclusion:सीओ सिटी अरविंद चौरसिया ने कहा है कि, ड्रोन कैमरे से लगातार निगरानी की जा रही है। जिससे परिषद कार्यों के आदेश का पालन करना भी शामिल है।ड्रोन कैमरे के संचालन और व्यवस्था के लिए दो टीम ड्रोन कैमरे की बनाई गई हैं। जो अलग-अलग जगह पर इसकी निगरानी कर रहे ड्रोन कैमरे के सीधे संपर्क में रहेंगी।उन्होंने कहा की संवेदनशील इलाकों पर ड्रोन कैमरा चलाकर असामाजिक तत्व पर निगरानी की जा रही है।

दिनेश मिश्रा
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Last Updated : Nov 8, 2019, 8:38 PM IST
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