अयोध्या: डीजीपी का पद संभालने के बाद डीजीपी मुकुल गोयल (DGP Mukul Goyal) गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) पर्व के अवसर पर रामनगरी पहुंचे. यहां उन्होंने भगवान राम के दर्शन करने के बाद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. दर्शन-पूजन के बाद डीजीपी मुकुल गोयल ने पुलिस लाइन सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान जनपद में अपराध नियंत्रण और अयोध्या की सुरक्षा को चुस्त-दुरुस्त रखने के विषय पर चर्चा की.
समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा कि अयोध्या और विशेष रूप से श्रीराम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं. सुरक्षा को लेकर अध्ययन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए कमेटी बनी हुई है. समय-समय पर बैठक होती है. बैठक में जो भी निर्णय लिए गए हैं, उनको फॉलो कराकर और सुरक्षा मजबूत करने की आवश्यकता है. धर्मांतरण मुद्दे पर डीजीपी ने कहा कि धर्मांतरण को लेकर कुछ अन्य प्रदेश के लोग भी जुड़े हुए हैं. इसमें विदेश के लोग भी जुड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा रैकेट है. उसका खुलासा हुआ है. पुलिस काफी गहराई तक जाकर जांच कर रही है.
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मीडिया से मुखातिब डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा कि अयोध्या का स्वरूप बदल रहा है, इसलिए सुरक्षा की समीक्षा जरूरी है. पुलिस की उपस्थिति और बढ़ाए जाने की जरूरत है. बीते दिनों आगरा से आए परिवार की सरयू नदी में डूबने से हुई मौत की घटना का संज्ञान लेते हुए डीजीपी ने कहा कि सरयू नदी में लोगों को जीवन बचाने के लिए एसडीआरएफ की एक टीम अयोध्या में तैनात की जाएगी. डीजीपी ने कहा कि जनपद में अपराध नियंत्रण के लिए और थाने बढ़ाए जाएंगे. मुकदमों की विवेचना पेंडिंग होने पर डीजीपी ने नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि दो साल की पुरानी विवेचना पेंडिंग है यह अच्छी बात नहीं.