अयोध्या: धर्म और अध्यात्म की नगरी अयोध्या सरयू तट पर बसी हुई है, यहां दूरदराज से लोग सरयू नदी में स्नान करने आते हैं और अपने पापों का प्रायश्चित कर उन्हें मिटाने की प्रार्थना करते हैं. पौराणिक कथाओं में यह कहा जाता है कि सरयू नदी में मात्र स्नान करने से ही मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है. कई पीढ़ियों के पाप धुल जाते हैं और प्रभु की शरण मिलती है. मान्यता है कि भगवान श्रीराम इसी शरीर में जल समाधि लेते हुए समाहित हो गए थे.
सरयू नदी में स्नान करने से मिलता है मोक्ष
अयोध्या आने वाले लोग सरयू नदी में स्नान करते हैं और फिर आस-पास के प्रसिद्ध मंदिरों में पूजन दर्शन भी करते हैं. खास बात यह है कि सरयू नदी में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. यहां के मठ मंदिरों में लोग दर्शन करते हैं और अपनी मनोकामना पूरी करने की कामना करते हैं.
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रामचरितमानस में सरयू में स्नान से मोक्ष प्राप्ति का है वर्णन
गोंडा से आए श्रद्धालु संदीप तिवारी ने बताया कि हम लोग यहां स्नान करने आते हैं. फिर नागेश्वर नाथ महादेव के दर्शन करते हैं. पौराणिक महत्व के अनुसार कहा जाता है कि बाबा गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस में जिक्र करते हुए कहा है कि सरयू में स्नान से हमारे जो पाप हैं, वे कट जाते हैं. साथ ही सरयू में स्नान करने से मोक्ष भी मिलता है.
प्रदीप नारायण पांडे तीर्थ पुरोहित ने सरयू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लोग यहां स्नान कर अपने पितरों की मोक्ष प्राप्ति के लिए कामना करते हैं.