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सरयू नदी में स्नान करने से मिलता है मोक्ष, जल समाधि लेकर समाहित हुए थे श्रीराम

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Published : Oct 26, 2019, 12:20 PM IST

रामनगरी अयोध्या सरयू तट पर बसी हुई है, जहां लोग दूर-दराज से सरयू नदी में स्नान के लिए आते हैं. मान्यता है कि सरयू नदी में मात्र स्नान करने से ही मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है.

सरयू नदी में स्नान से मिलता है मोक्ष.

अयोध्या: धर्म और अध्यात्म की नगरी अयोध्या सरयू तट पर बसी हुई है, यहां दूरदराज से लोग सरयू नदी में स्नान करने आते हैं और अपने पापों का प्रायश्चित कर उन्हें मिटाने की प्रार्थना करते हैं. पौराणिक कथाओं में यह कहा जाता है कि सरयू नदी में मात्र स्नान करने से ही मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है. कई पीढ़ियों के पाप धुल जाते हैं और प्रभु की शरण मिलती है. मान्यता है कि भगवान श्रीराम इसी शरीर में जल समाधि लेते हुए समाहित हो गए थे.

सरयू नदी में स्नान से मिलता है मोक्ष.


सरयू नदी में स्नान करने से मिलता है मोक्ष
अयोध्या आने वाले लोग सरयू नदी में स्नान करते हैं और फिर आस-पास के प्रसिद्ध मंदिरों में पूजन दर्शन भी करते हैं. खास बात यह है कि सरयू नदी में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. यहां के मठ मंदिरों में लोग दर्शन करते हैं और अपनी मनोकामना पूरी करने की कामना करते हैं.

इसे भी पढ़ें:- दीपोत्सव को तैयार अयोध्या, सरयू में स्नान के साथ शुरू हुआ दर्शन-पूजन का सिलसिला

रामचरितमानस में सरयू में स्नान से मोक्ष प्राप्ति का है वर्णन
गोंडा से आए श्रद्धालु संदीप तिवारी ने बताया कि हम लोग यहां स्नान करने आते हैं. फिर नागेश्वर नाथ महादेव के दर्शन करते हैं. पौराणिक महत्व के अनुसार कहा जाता है कि बाबा गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस में जिक्र करते हुए कहा है कि सरयू में स्नान से हमारे जो पाप हैं, वे कट जाते हैं. साथ ही सरयू में स्नान करने से मोक्ष भी मिलता है.

प्रदीप नारायण पांडे तीर्थ पुरोहित ने सरयू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लोग यहां स्नान कर अपने पितरों की मोक्ष प्राप्ति के लिए कामना करते हैं.

अयोध्या: धर्म और अध्यात्म की नगरी अयोध्या सरयू तट पर बसी हुई है, यहां दूरदराज से लोग सरयू नदी में स्नान करने आते हैं और अपने पापों का प्रायश्चित कर उन्हें मिटाने की प्रार्थना करते हैं. पौराणिक कथाओं में यह कहा जाता है कि सरयू नदी में मात्र स्नान करने से ही मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है. कई पीढ़ियों के पाप धुल जाते हैं और प्रभु की शरण मिलती है. मान्यता है कि भगवान श्रीराम इसी शरीर में जल समाधि लेते हुए समाहित हो गए थे.

सरयू नदी में स्नान से मिलता है मोक्ष.


सरयू नदी में स्नान करने से मिलता है मोक्ष
अयोध्या आने वाले लोग सरयू नदी में स्नान करते हैं और फिर आस-पास के प्रसिद्ध मंदिरों में पूजन दर्शन भी करते हैं. खास बात यह है कि सरयू नदी में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. यहां के मठ मंदिरों में लोग दर्शन करते हैं और अपनी मनोकामना पूरी करने की कामना करते हैं.

इसे भी पढ़ें:- दीपोत्सव को तैयार अयोध्या, सरयू में स्नान के साथ शुरू हुआ दर्शन-पूजन का सिलसिला

रामचरितमानस में सरयू में स्नान से मोक्ष प्राप्ति का है वर्णन
गोंडा से आए श्रद्धालु संदीप तिवारी ने बताया कि हम लोग यहां स्नान करने आते हैं. फिर नागेश्वर नाथ महादेव के दर्शन करते हैं. पौराणिक महत्व के अनुसार कहा जाता है कि बाबा गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस में जिक्र करते हुए कहा है कि सरयू में स्नान से हमारे जो पाप हैं, वे कट जाते हैं. साथ ही सरयू में स्नान करने से मोक्ष भी मिलता है.

प्रदीप नारायण पांडे तीर्थ पुरोहित ने सरयू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लोग यहां स्नान कर अपने पितरों की मोक्ष प्राप्ति के लिए कामना करते हैं.

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लखनऊ। धर्म और अध्यात्म की नगरी अयोध्या सरयू तट पर बसी हुई है दूरदराज से लोग सरयू नदी में स्नान करने आते हैं और अपने पापों का प्रेषित करते हुए उन्हें मिटाने की प्रार्थना करते हैं पौराणिक कथाओं में यह कहा जाता है कि सरयू नदी में मात्र स्नान करने से ही मोक्ष मिलता है कई पीढ़ियों के पाप धुल जाते हैं और प्रभु की शरण मिलती है यह इसलिए भी कहा जाता है कि भगवान श्रीराम इसी शरीर में जल समाधि लेते हुए समाहित हो गए थे।



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यहां पर आने वाले लोग सरयू नदी में स्नान करते हैं और फिर वही आसपास के प्रसिद्ध मंदिरों में पूजन दर्शन भी करते हैं खास बात यह है कि सरयू नदी में स्नान करने से मोक्ष मिलता है। यहां के मठ मंदिरों में लोग दर्शन करते हैं और अपनी मनोकामना की पूरी करने की कामना करते हैं अयोध्या आकर लोग सरयू नदी में स्नान करते हैं उनकी मनोकामना पूर्ण होती है वही मौत की भी प्राप्ति होती है।

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संदीप तिवारी गोंडा
हम यहां स्नान करने आते हैं और फिर नागेश्वर नाथ महादेव के दर्शन करते हैं पौराणिक महत्व के अनुसार यह कहा जाता है कि बाबा गोस्वामी तुलसीदास जी ने भी रामचरितमानस का जिक्र किया है हमारे जो पाप है वह कट जाते हैं धार्मिक स्थल है यहां पर उनके भी हम लोग दर्शन करते हैं सरयू में स्नान करने से मोक्ष मिलता है।

प्रदीप नारायण पांडे तीर्थ पुरोहित हम लोग पूजा पाठ का काम कराते हैं और और सरयू जी के बारे में बताते हैं स्नान करते आते हैं लोग अपने पितरों को मोक्ष प्रदान करते हैं और स्वयं को भी मोक्ष मिलता है।



Conclusion:ध्यानार्थ डेस्क सहयोगी, फीड लाइव यू से भेजी गई है।
फीड river saryu moksha
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