अयोध्या : 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की तैयारी को लेकर डिप्टी सीएम केशव मौर्य सोमवार को अयोध्या पहुंचे. सर्किट हाउस में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान भाजपा नेताओं ने डिप्टी सीएम केशव मौर्य का स्वागत किया. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम 30 दिसंबर तक डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अयोध्या में कैंप करेंगे और स्वच्छता अभियान चलाएंगे. इस दौरान डिप्टी सीएम ने लाल कृष्ण आडवाणी के सोमनाथ यात्रा की भी चर्चा की.
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि 22 जनवरी को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मेरे जैसे कार्यकर्ता राम भक्तों के लिए कारसेवक के लिए गर्व की बात है कि हम लोग अपने जीवन काल में भगवान श्री राम लला का भव्य मंदिर बनते हुए देख रहे हैं. 22 जनवरी को भगवान रामलला 500 साल बाद अपने जन्म स्थान पर बिराजमान होंगे. एक राम भक्त के रूप में एक राष्ट्रभक्त के रूप में देश और दुनिया के राम भक्तों की ओर से मुख्य यजमान के रूप में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच रहे हैं. उस क्षण का वर्णन करना नामुमकिन है, जिसके लिए मेरे कितने पूर्वज बलिदानी हो गए, कितने राम भक्त कार सेवकों को गोलियों से भून दिया गया, कितने लोगों को जेल भेजा गया. कितने लोगों पर लाठियां बरसाई गईं. किसी ने सोचा भी नहीं होगा. रामलला की जन्म भूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण सब अपनी आंखों से देख पाएंगे.
1990 में आडवाणी जी की रथ यात्रा के सूत्रधार थे पीएम मोदी : उन्होंने कहा कि 'भाजपा के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी की अगुवाई में 23 सितंबर 1990 को सोमनाथ से अयोध्या की जो यात्रा निकली थी. उसके सूत्रधार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे. सोमनाथ से चली इस यात्रा को समस्तीपुर के बिहार में रोकी गई थी. 30 अक्टूबर 1990 को कार सेवा हुई थी और ढांचे के ऊपर भगवा लहराया गया था और उसमें कारसेवकों को बलिदान भी देना पड़ा था. अशोक सिंघल भी कारसेवा में घायल हुए थे. मेरे पास शब्द नहीं है मैं अंदर से रोमांचित हूं, वह शुभ दिन देखने का अवसर प्राप्त हो रहा है.'