अयोध्या: साकेत महाविद्यालय में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए ईडब्ल्यूएस फॉर्म भरना अनिवार्य है. ऐसे में जिन छात्रों के अभिभावकों की आय 8 लाख या उससे कम है, उन्हें प्रवेश लेने में समस्या आ रही है. ऐसे में विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से ईडब्ल्यूएस फॉर्म की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग की है.
साकेत महाविद्यालय में छात्रों ने प्रवेश प्रक्रिया में जटिलता को समाप्त करने की मांग की है. विद्यार्थियों का कहना है कि महाविद्यालय में चल रही प्रवेश प्रक्रिया सत्र 2020-21 में सामान्य वर्ग के छात्रों को ईडब्ल्यूएस फॉर्म अनिवार्य कर दिया गया है. जिस छात्र की आय 8 लाख वार्षिक से नीचे है उसके लिए प्रवेश फॉर्म के साथ ईडब्ल्यूएस फॉर्म भरना अनिवार्य है. जिन छात्रों को ईडब्ल्यूएस का लाभ नहीं लेना है, उनके अभिभावकों की आय आठ लाख से अधिक होनी चाहिए. तभी वे फॉर्म भर सकते हैं.
प्रवेश से रह जाएंगे वंचित
विद्यार्थियों का कहना है कि प्रवेश प्रक्रिया से ईडब्ल्यूएस फॉर्म की अनिवार्यता अगर नहीं हटाई जाती तो कई छात्र प्रवेश से वंचित हो जाएंगे. छात्रों का कहना है कि वैश्विक महामारी और 2 दिन बंदी के चलते आय प्रमाण पत्र प्राप्त करने में देरी हो रही है.
छात्रों ने लिखा प्राचार्य को पत्र
साकेत महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने प्राचार्य नंदेश्वर पांडेय को पत्र लिखकर ईडब्ल्यूएस फॉर्म की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग की है. विद्यार्थियों ने अपने पत्र में कहा है कि जिन छात्रों के अभिभावकों की आय 8 लाख से नीचे है, उन्हें बिना देरी किए प्रवेश दिया जाए. कोरोना महामारी में छात्रों का ईडब्ल्यूएस बनना अभी संभव नहीं है.
विचार करने का मिला आश्वासन
ईडब्ल्यूएस की अनिवार्यता अगर समाप्त नहीं होती तो छात्र प्रवेश से वंचित रह जाएंगे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व जिला संयोजक अंकुर सिंह ने कहा है कि छात्रों की मांगों को साकेत महाविद्यालय के प्राचार्य और प्रवेश संयोजक के समक्ष रखा गया है. इस समस्या पर उन्होंने सकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया है. प्रदेश संयोजक ने बताया कि महाविद्यालय ने मांगों को स्वीकार कर शीघ्र ही प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव की बात कही है.