अयोध्या: जनपद में मिल्कीपुर विकासखंड में ग्रामीणों ने ग्राम समिति अध्यक्ष नामित करने की प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री पोर्टल और जिलाधिकारी से शिकायत की है. ग्रामीणों का कहना है कि किसी सक्षम अधिकारी की मौजूदगी के बिना खुली बैठक में गुप्त मतदान की प्रक्रिया अपनाई गई.
मामला मिल्कीपुर विकासखंड स्थित ग्राम पंचायत धमथुआ का है. धमथुआ के ग्राम प्रधान मंसाराम की गत 12 मार्च को मौत हो गई थी. ग्राम प्रधान की मौत के बाद ग्राम विकास कार्यों को संचालित करने में दिक्कतें आ रही थी. इसके चलते जिलाधिकारी ने सहायक निदेशक राष्ट्रीय बचत को ग्राम समिति अध्यक्ष नामित करने का निर्देश दिया था. जिलाधिकारी के निर्देश पर खुली बैठक के माध्यम से ग्राम समिति के अध्यक्ष को नामित करने पर चर्चा होनी थी. बीते 15 जून को समिति के अध्यक्ष पद पर नामित करने के लिए प्रक्रिया संपन्न की गई. वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि सहायक निदेशक राष्ट्रीय बचत ने कथित रूप से कार्रवाई तैयार की, जो अनियमित है.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्राम समिति अध्यक्ष को नामित करने के लिए खुली बैठक में गुप्त मतदान की प्रक्रिया अपनाई गई. वहीं जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेश में इस बात का जिक्र नहीं किया गया था. ग्राम पंचायत सदस्यों ने एक पर्ची पर उम्मीदवारों के नाम के सामने निशान लगाकर वोट दिया, लेकिन मतपत्र को रखने के लिए किसी बॉक्स का प्रयोग नहीं किया गया. मतपत्रों को बिना किसी आदेश के ग्राम पंचायत में तैनात ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ने अपने पास रखा. ग्राम पंचायत में 11 सदस्य निर्वाचित हैं, लेकिन बैठक में कई सदस्यों के स्थान पर उनके परिजन मौजूद रहे.
ग्राम पंचायत सदस्यों ने मतदान का किया विरोध
शिकायतकर्ता ग्राम पंचायत सदस्य सुरेंद्र पांडेय का कहना है कि ग्राम समिति अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया में नियमों की अनदेखी की गई है. ग्राम समिति अध्यक्ष का चयन खुली बैठक में होना था, जबकि गुप्त मतदान की प्रक्रिया अपनाई गई है. मौके पर कुछ ग्राम पंचायत सदस्यों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन सहायक निदेशक राष्ट्रीय बचत चंद्र मोहन श्रीवास्तव की ओर से इसकी अनदेखी की गई. ग्रामीण सलमान को समिति का अध्यक्ष बना दिया गया. उन्होंने इसकी शिकायत जिला प्रशासन और सीएम पोर्टल पर भी की है.