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मंदिर से पहले बन जाएगी मस्जिद, नहीं लिया जाएगा घर-घर चंदा

एक तरफ अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण को लेकर तेजी से कार्य चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ राम जन्मभूमि से 25 किमी दूर धन्नीपुर गांव में मस्जिद निर्माण का काम भी सांकेतिक रूप से प्रारंभ हो गया है. मस्जिद निर्माण कार्य शुरू करने से पहले इस जगह से 20 फीट गहराई से मिट्टी निकालकर जांच के लिए लैब में भेजा गया है. बताया जा रहा है कि मस्जिद का निर्माण मंदिर से पहले हो जाएगा.

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Published : Jan 27, 2021, 2:33 PM IST

Updated : Jan 28, 2021, 6:10 AM IST

राम मंदिर से पहले बन जाएगी मस्जिद
राम मंदिर से पहले बन जाएगी मस्जिद

अयोध्या : राम जन्मभूमि से करीब 25 किलोमीटर दूर ग्रामीण क्षेत्र रौनाही इलाके के धन्नीपुर गांव में इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के तत्वधान में बनने वाली मस्जिद के निर्माण में ट्रस्ट ने पहला कदम बढ़ा दिया है. गणतंत्र दिवस पर ट्रस्ट के 6 सदस्यों ने पौधे लगाकर सांकेतिक रूप से मस्जिद निर्माण का काम शुरू करा दिया है. इस मौके पर ट्रस्ट के सचिव और प्रवक्ता अतहर हुसैन ने ईटीवी भारत से कहा कि कागजी काम पूरा होने के बाद 30 महीने के अंदर मस्जिद, कम्युनिटी सेंटर और अस्पताल का निर्माण पूरा करा लिया जाएगा.

धन्नीपुर में मस्जिद निर्माण की हो गई सांकेतिक शुरूआत

15 दिन में आ जायेगी मिट्टी की जांच रिपोर्ट

मस्जिद निर्माण वाली जगह पर इस परियोजना के प्रथम चरण में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में इंडो गल्फ इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के अध्यक्ष जफर फारूकी ने झंडारोहण किया और उसके बाद निर्माण परिसर में ही 9 पौधे रोपित किए. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए जफर फारूकी ने बताया कि गणतंत्र दिवस के मौके पर उन्होंने एक अच्छे कार्य की शुरुआत की है. इस स्थान पर एक मस्जिद के अलावा कम्युनिटी सेंटर, मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल और आधुनिक सुविधाओं से युक्त 1000 लोगों को प्रतिदिन नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराने के लिए एक किचन का निर्माण कराया जाएगा. निर्माण कार्य शुरू कराने से पूर्व जमीन के नीचे से मिट्टी के सैंपल लिए जा रहे हैं. जिनकी लैब में जांच करने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा. रिपोर्ट आने में लगभग 15 दिन का समय लग सकता है. जैसे ही रिपोर्ट आ जाएगी ईंट, सीमेंट, मोरंग और गिट्टी की मदद से निर्माण कार्य शुरू होगा. जफर फारूकी ने बताया कि मस्जिद के अलवा इस जगह पर फैजाबाद के प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलवी अहमदुल्लाह शाह के नाम पर एक लाइब्रेरी और पब्लिकेशन हाउस बनाने की योजना पर चर्चा की जा रही है. इसके अलावा अस्पताल और किचन का निर्माण भी किया जाएगा.

30 महीने के अंदर निर्माण पूरा कराने का टास्क

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कार्यदाई संस्था को 39 महीने का समय दिया है. हालांकि अभी बुनियाद की डिजाइन का फाइनल नक्शा नहीं मिलने के कारण मंदिर निर्माण का कार्य नियमित रूप से नहीं शुरू हो पाया है. लेकिन धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद को लेकर ट्रस्ट पूरी तरह से संतुष्ट है. ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि आवश्यक कागजी काम पूरा होने के बाद 30 महीने के अंदर ही सभी निर्माण कार्य पूरे कर लिए जाएंगे. उनका कहना था कि निर्माण के लिए जैसे ही सरकारी विभागों से अनापत्ति पत्र प्राप्त हो जाएंगे निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.

मस्जिद निर्माण के लिए नहीं मांगा जाएगा चंदा

ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद निर्माण के लिए कोई आर्थिक सहयोग अभियान नहीं चलाया जाएगा. उनका कहना था कि मस्जिद के निर्माण को लेकर डोर टू डोर किसी तरह का चंदा नहीं लिया जाएगा, बल्कि जिसे भी अपना सहयोग देना है वह स्वेच्छा से अपना सहयोग दे सकता है. हालांकि उन्होंने बताया कि मस्जिद निर्माण के लिए सहयोगी बैंक से बातचीत की गई है. पूरे भारत में उस बैंक की सभी शाखाओं में लोग मस्जिद निर्माण के लिए अपना आर्थिक सहयोग दे सकते हैं. दूसरी तरफ मस्जिद निर्माण में अवध यूनिवर्सिटि के प्रोफेसर आरके सिंह और उनकी पत्नी ने 22 हजार रुपए का चंदा दिया है. इसके अलावा आरएसएस नेता व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच अयोध्या के अध्यक्ष अनिल सिंह ने भी 21 हजार रुपए का चंदा दिया है.

ग्रीन पैच बनाने का काम शुरू

ट्रस्ट के प्रवक्ता अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. पहले चरण में ग्रीन पैच बनाने के लिए ट्रस्ट के सदस्यों ने परिसर के सबसे अगले हिस्से में पौधे लगाए हैं. इस ग्रीन पैच के जरिए पूरे परिसर को हरा-भरा बनाया जाएगा. इसके अलावा कई और अन्य सुंदर छायादार पेड़ भी लगाए जाएंगे. परिसर में एक पार्क का निर्माण होगा, जो यहां आने वाले लोगों को बैठने के लिए जगह मुहैया कराएगा.

प्रशासनिक कार्यवाही में जुटा ट्रस्ट

ट्रस्ट सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि निर्माण से पूर्व स्थानीय प्रशासन से भी कई अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए जाने बाकी हैं. इसके अलावा निर्माण स्थल की मिट्टी की जांच कराई जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद ही निर्माण का कार्य शुरू हो सकेगा. अभी इस पूरी कार्रवाई में महीने भर का वक्त लग सकता है.

मस्जिद परिसर में अस्पताल का होगा निर्माण

ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद सिर्फ इलाके के लोगों के लिए इबादत की जगह नहीं होगी बल्कि सर्वधर्म समभाव का प्रतीक होगी. मस्जिद परिसर में सभी धर्मों के लोगों के लिए अस्पताल बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाका होने के कारण मेडिकल की सुविधाएं बहुत बेहतर नहीं है. इस स्थान पर बनने वाला सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल इलाके के लोगों की जरूरत को पूरा करेगा. इसके अलावा इन निर्माणों से पूरे इलाके का विकास भी होगा इस दिशा में हमने पहला कदम बढ़ा दिया है.

म्यूजियम और कल्चरल सेंटर का होगा निर्माण

ट्रस्ट के सचिव व अतहर हुसैन ने बताया कि इस पूरी योजना में मस्जिद के निर्माण के अलावा एक म्यूजियम का निर्माण भी किया जाएगा. इसके अलावा कल्चरल सेंटर और रिसर्च सेंटर भी होगा. अस्पताल परिसर में ही 1000 लोगों के खाने की व्यवस्था वाले किचन का निर्माण होगा. ऊपरी तल पर पब्लिशिंग हाउस भी होगा. अभी तक मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद ही है और यही रहेगा. अयोध्या के लोगों की तरफ से एक प्रस्ताव आया है कि प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलवी अहमदुल्लाह शाह के नाम पर म्यूजियम और कमेंट्री सेंटर का निर्माण कराया जाए. इस पर ट्रस्ट के सदस्य विचार कर रहे हैं.

गांव में अस्पताल बनने से लोगों में खुशी का माहौल

मस्जिद के निर्माण से स्थानीय लोगों में काफी खुशी का माहौल है. खासतौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए यह एक सुखद अवसर है कि एक विशालकाय मस्जिद का निर्माण उनके गांव में हो रहा है. वहीं आसपास के गांव के लोगों के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि यह है, कि यहां बनने वाले अस्पताल के जरिए कई गांवों के लोगों को बेहतर इलाज मुहैया होगा. अभी तक गांव के लोगों को इलाज के लिए करीब 20 किलोमीटर दूर अयोध्या शहर तक आना पड़ता था, लेकिन अस्पताल के निर्माण से गांव में ही बेहतर इलाज उपलब्ध होगा. वहीं एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की मस्जिद के निर्माण होने से गांव में विकास की उम्मीदें बढ़ गई हैं.

अयोध्या : राम जन्मभूमि से करीब 25 किलोमीटर दूर ग्रामीण क्षेत्र रौनाही इलाके के धन्नीपुर गांव में इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के तत्वधान में बनने वाली मस्जिद के निर्माण में ट्रस्ट ने पहला कदम बढ़ा दिया है. गणतंत्र दिवस पर ट्रस्ट के 6 सदस्यों ने पौधे लगाकर सांकेतिक रूप से मस्जिद निर्माण का काम शुरू करा दिया है. इस मौके पर ट्रस्ट के सचिव और प्रवक्ता अतहर हुसैन ने ईटीवी भारत से कहा कि कागजी काम पूरा होने के बाद 30 महीने के अंदर मस्जिद, कम्युनिटी सेंटर और अस्पताल का निर्माण पूरा करा लिया जाएगा.

धन्नीपुर में मस्जिद निर्माण की हो गई सांकेतिक शुरूआत

15 दिन में आ जायेगी मिट्टी की जांच रिपोर्ट

मस्जिद निर्माण वाली जगह पर इस परियोजना के प्रथम चरण में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में इंडो गल्फ इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के अध्यक्ष जफर फारूकी ने झंडारोहण किया और उसके बाद निर्माण परिसर में ही 9 पौधे रोपित किए. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए जफर फारूकी ने बताया कि गणतंत्र दिवस के मौके पर उन्होंने एक अच्छे कार्य की शुरुआत की है. इस स्थान पर एक मस्जिद के अलावा कम्युनिटी सेंटर, मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल और आधुनिक सुविधाओं से युक्त 1000 लोगों को प्रतिदिन नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराने के लिए एक किचन का निर्माण कराया जाएगा. निर्माण कार्य शुरू कराने से पूर्व जमीन के नीचे से मिट्टी के सैंपल लिए जा रहे हैं. जिनकी लैब में जांच करने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा. रिपोर्ट आने में लगभग 15 दिन का समय लग सकता है. जैसे ही रिपोर्ट आ जाएगी ईंट, सीमेंट, मोरंग और गिट्टी की मदद से निर्माण कार्य शुरू होगा. जफर फारूकी ने बताया कि मस्जिद के अलवा इस जगह पर फैजाबाद के प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलवी अहमदुल्लाह शाह के नाम पर एक लाइब्रेरी और पब्लिकेशन हाउस बनाने की योजना पर चर्चा की जा रही है. इसके अलावा अस्पताल और किचन का निर्माण भी किया जाएगा.

30 महीने के अंदर निर्माण पूरा कराने का टास्क

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कार्यदाई संस्था को 39 महीने का समय दिया है. हालांकि अभी बुनियाद की डिजाइन का फाइनल नक्शा नहीं मिलने के कारण मंदिर निर्माण का कार्य नियमित रूप से नहीं शुरू हो पाया है. लेकिन धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद को लेकर ट्रस्ट पूरी तरह से संतुष्ट है. ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि आवश्यक कागजी काम पूरा होने के बाद 30 महीने के अंदर ही सभी निर्माण कार्य पूरे कर लिए जाएंगे. उनका कहना था कि निर्माण के लिए जैसे ही सरकारी विभागों से अनापत्ति पत्र प्राप्त हो जाएंगे निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.

मस्जिद निर्माण के लिए नहीं मांगा जाएगा चंदा

ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद निर्माण के लिए कोई आर्थिक सहयोग अभियान नहीं चलाया जाएगा. उनका कहना था कि मस्जिद के निर्माण को लेकर डोर टू डोर किसी तरह का चंदा नहीं लिया जाएगा, बल्कि जिसे भी अपना सहयोग देना है वह स्वेच्छा से अपना सहयोग दे सकता है. हालांकि उन्होंने बताया कि मस्जिद निर्माण के लिए सहयोगी बैंक से बातचीत की गई है. पूरे भारत में उस बैंक की सभी शाखाओं में लोग मस्जिद निर्माण के लिए अपना आर्थिक सहयोग दे सकते हैं. दूसरी तरफ मस्जिद निर्माण में अवध यूनिवर्सिटि के प्रोफेसर आरके सिंह और उनकी पत्नी ने 22 हजार रुपए का चंदा दिया है. इसके अलावा आरएसएस नेता व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच अयोध्या के अध्यक्ष अनिल सिंह ने भी 21 हजार रुपए का चंदा दिया है.

ग्रीन पैच बनाने का काम शुरू

ट्रस्ट के प्रवक्ता अतहर हुसैन ने बताया कि मस्जिद निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. पहले चरण में ग्रीन पैच बनाने के लिए ट्रस्ट के सदस्यों ने परिसर के सबसे अगले हिस्से में पौधे लगाए हैं. इस ग्रीन पैच के जरिए पूरे परिसर को हरा-भरा बनाया जाएगा. इसके अलावा कई और अन्य सुंदर छायादार पेड़ भी लगाए जाएंगे. परिसर में एक पार्क का निर्माण होगा, जो यहां आने वाले लोगों को बैठने के लिए जगह मुहैया कराएगा.

प्रशासनिक कार्यवाही में जुटा ट्रस्ट

ट्रस्ट सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि निर्माण से पूर्व स्थानीय प्रशासन से भी कई अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए जाने बाकी हैं. इसके अलावा निर्माण स्थल की मिट्टी की जांच कराई जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद ही निर्माण का कार्य शुरू हो सकेगा. अभी इस पूरी कार्रवाई में महीने भर का वक्त लग सकता है.

मस्जिद परिसर में अस्पताल का होगा निर्माण

ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद सिर्फ इलाके के लोगों के लिए इबादत की जगह नहीं होगी बल्कि सर्वधर्म समभाव का प्रतीक होगी. मस्जिद परिसर में सभी धर्मों के लोगों के लिए अस्पताल बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाका होने के कारण मेडिकल की सुविधाएं बहुत बेहतर नहीं है. इस स्थान पर बनने वाला सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल इलाके के लोगों की जरूरत को पूरा करेगा. इसके अलावा इन निर्माणों से पूरे इलाके का विकास भी होगा इस दिशा में हमने पहला कदम बढ़ा दिया है.

म्यूजियम और कल्चरल सेंटर का होगा निर्माण

ट्रस्ट के सचिव व अतहर हुसैन ने बताया कि इस पूरी योजना में मस्जिद के निर्माण के अलावा एक म्यूजियम का निर्माण भी किया जाएगा. इसके अलावा कल्चरल सेंटर और रिसर्च सेंटर भी होगा. अस्पताल परिसर में ही 1000 लोगों के खाने की व्यवस्था वाले किचन का निर्माण होगा. ऊपरी तल पर पब्लिशिंग हाउस भी होगा. अभी तक मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद ही है और यही रहेगा. अयोध्या के लोगों की तरफ से एक प्रस्ताव आया है कि प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलवी अहमदुल्लाह शाह के नाम पर म्यूजियम और कमेंट्री सेंटर का निर्माण कराया जाए. इस पर ट्रस्ट के सदस्य विचार कर रहे हैं.

गांव में अस्पताल बनने से लोगों में खुशी का माहौल

मस्जिद के निर्माण से स्थानीय लोगों में काफी खुशी का माहौल है. खासतौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए यह एक सुखद अवसर है कि एक विशालकाय मस्जिद का निर्माण उनके गांव में हो रहा है. वहीं आसपास के गांव के लोगों के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि यह है, कि यहां बनने वाले अस्पताल के जरिए कई गांवों के लोगों को बेहतर इलाज मुहैया होगा. अभी तक गांव के लोगों को इलाज के लिए करीब 20 किलोमीटर दूर अयोध्या शहर तक आना पड़ता था, लेकिन अस्पताल के निर्माण से गांव में ही बेहतर इलाज उपलब्ध होगा. वहीं एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की मस्जिद के निर्माण होने से गांव में विकास की उम्मीदें बढ़ गई हैं.

Last Updated : Jan 28, 2021, 6:10 AM IST
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