अयोध्याः उत्तर प्रदेश सरकार के पॉलिथीन प्रतिबंध के बाद उसका असर अब श्रीरामजन्मभूमि क्षेत्र में भी देखने को मिलने लगा है. यहां पॉलिथीन में श्रद्धालुओं के प्रसाद ले जाने पर रोक लगाई गई है. सुरक्षा कारणों से पहले ही कागज और अन्य वस्तुओं में प्रसाद अंदर ले जाने पर रोक लगाई जा चुकी है. इसीलिए पारदर्शी पॉलिथीन में प्रसाद दिया जाता था, लेकिन पॉलिथीन के प्रयोग बंद होने के बाद प्रशासन ने चढ़ाए जाने वाले प्रसाद पर भी एक अन-ऑफिसियल रोक लगा दी है.
जिला प्रशासन ने नहीं दिया है दूसरा विकल्प
वहीं इस मामले में रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने कहा कि सरकार जिस तरीके से प्रसाद ले जाने पर रोक लगा रही है. उसे विकल्प की भी बात करनी चाहिए. जिला प्रशासन ने विकल्प दिए बगैर ही ऐसी व्यवस्था लागू की है. ये सार्वजनिक क्षेत्र में तो ठीक है, लेकिन इस प्रकार से श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में विकल्प के बिना ऐसा नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि फिर भी श्रद्धालुओं को मैं अपनी ओर से प्रसाद दूंगा. भगवान श्रीराम का आशीर्वाद और प्रसाद उन्हें निश्चित मिलेगा.
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इस मामले में एसपी सुरक्षा का कहना है कि सरकार की पॉलिथिन प्रतिबंध के बाद यह निर्णय प्रशासन ने लिया है. हमें सुरक्षा के मद्देनजर जो भी निर्देश मिलेंगा हम उसपर काम करेंगे. अन्य विकल्प के रूप में पारदर्शिता व्यवस्था के अतिरिक्त कुछ भी अंदर नहीं ले जाने दिया जा सकता.
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श्रीरामजन्मभूमि क्षेत्र में लगभग 182 परिवार रामलला के दर्शन मार्ग और आसपास प्रसाद, पूजा सामग्री बेचकर अपनी जीविका चलाते हैं. दीपोत्सव के बाद दिवाली के दूसरे दिन से पॉलिथीन पर लगी रोक का असर सीधे तौर पर इन गरीब परिवारों पर हो रहा है.