अयोध्या: जिले में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर किसानों का आंदोलन गर्माता जा रहा है. मुआवजा प्रकरण को लेकर धर्मपुर गांव के किसानों से मिलने जा रहे सपा नेता व पूर्व राज्य मंत्री पवन पांडेय को उनके आवास पर ही नजरबंद कर दिया गया. घर से बाहर जाने पर पुलिस ने जबरदस्ती उन्हें उनके घर के अंदर बंद कर दिया. पूर्व राज्यमंत्री पवन पांडेय के आवास पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पवन पांडेय व सपा कार्यकर्ताओं से काफी देर तक पुलिस की गहमागहमी होती रही.
जिले में सोमवार का दिन अयोध्या पुलिस के लिए बेहद तनाव भरा रहा. पहले तो धर्मपुर के किसानों द्वारा आंदोलन की चेतावनी के बाद पुलिस किसानों के विरोध प्रदर्शन का समय और जगह ढूंढने में परेशान रही. वहीं दूसरी तरफ सपा सरकार में राज्य मंत्री रहे पवन पांडेय के व्यापारियों से मिलने और फोरलेन निर्माण के विरोध की बात सुनकर पुलिस महकमा परेशान रहा. आखिरकार पूर्व सपा विधायक को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया, जिसके कारण कई घंटे तक हंगामा चलता रहा.
अयोध्या विधानसभा क्षेत्र से सपा सरकार में विधायक और राज्य मंत्री रहे तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय को उनके अंगूरी बाग स्थित आवास पर अयोध्या पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया. पवन पांडेय का कहना है कि मैंने पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत मीडियाकर्मियों के साथ अयोध्या के नया घाट पहुंचकर सड़क चौड़ीकरण योजना का सच जनता तक पहुंचाने का कार्यक्रम बनाया था, लेकिन मुझे मेरे घर पर ही अरेस्ट कर लिया गया. पवन पांडेय ने आरोप लगाया कि वर्तमान की योगी सरकार तानाशाह हो गई है. वह नहीं चाहती कि कोई भी उनके खिलाफ कुछ बोले. जो बोलता है, उसके खिलाफ फर्जी मुकदमे लगाए जाते हैं, उन्हें प्रताड़ित किया जाता है.
योगी सरकार ने अयोध्या के विकास के नाम पर बीते 3 सालों में सिर्फ अयोध्या के लोगों को और अयोध्या नगरी को ठगने का काम किया है. फोरलेन निर्माण के नाम पर एक बार फिर से अयोध्या के व्यापारियों और आम जनता को बेघर करने की योजना बनाई गई है. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता कतई इस योजना को स्वीकार नहीं करेंगे. सौंदर्यीकरण के नाम पर अयोध्या के व्यापारियों और आम लोगों का रोजगार और घर छीनने की कोशिश की जाएगी, तो इसके खिलाफ हर स्तर पर आंदोलन होगा. इसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की होगी.
अयोध्या में फोरलेन सड़क निर्माण योजना के तहत नया घाट से लेकर टेढ़ी बाजार चौराहे तक सड़कों को चौड़ा कर 72 फुट करने की योजना बनाई गई है. अगर यह योजना धरातल पर आती है, तो अयोध्या के हजारों व्यवसायी और रिहायशी मकान इसकी चपेट में आएंगे और लोगों के सामने रोजगार और घर का संकट खड़ा होगा, जिसके कारण अयोध्या के व्यापारी पहले से ही विरोध दर्ज करा रहे हैं. वहीं अब इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दल प्रदेश की योगी सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर चुके हैं.