अयोध्या: भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग को लेकर अयोध्या की प्रसिद्ध पीठ तपस्वी छावनी के महंत जगतगुरु परमहंस आचार्य 7 नवंबर से आमरण अनशन करने जा रहे हैं. आमरण अनशन शुरू करने से पहले शनिवार दोपहर उन्होंने अपने आश्रम के सामने भूमि पूजन किया. उसके बाद यह घोषणा की कि जब तक भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं किया जाएगा, तब तक वह आमरण अनशन करेंगे और अन्न जल ग्रहण नहीं करेंगे. भले ही उनकी जान क्यों न चली जाए. बता दें कि तपस्वी छावनी वही स्थान है, जहां पर इससे पूर्व में राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने लगभग 8 दिनों तक आमरण अनशन किया था. इसके बाद पुलिस ने उन्हें जबरन आमरण अनशन से उठाकर अस्पताल में भर्ती कर दिया था.
तपस्वी छावनी के सामने भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि देश में जो स्थिति पैदा हो रही है, संवैधानिक पदों पर बैठे हुए लोग जिस तरह से हिंदू धर्म और हिंदुओं पर जुबानी हमले कर रहे हैं और लव जिहाद जैसे मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करना अति आवश्यक हो गया है. जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि जब देश का बंटवारा धर्म के आधार पर किया गया, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे मुस्लिम राष्ट्र बन गए तो देश के बचे हुए हिस्से को हिंदू राष्ट्र आखिर क्यों नहीं घोषित किया जा सकता.
जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि हम सभी के प्रति भाई की भावना रखते हैं. लेकिन, हिंदू समाज को चारा बनाकर काटा जा रहा है. कहा कि हमारी हिंदू बहनों के साथ लव जिहाद हो रहा है. उनका धर्मांतरण हो रहा है. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और हिंदुओं की सुरक्षा व सनातन की सुरक्षा के लिए भारत का हिंदू राष्ट्र बनाया जाना नितांत आवश्यक है. उन्होंने कहा कि इसके लिए 7 नवंबर 2023 से आमरण अनशन शुरू कर रहा हूं और जब तक मांग नहीं मान ली जाती, तब तक अनशन जारी रहेगा.
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